ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

नई दिल्ली: देश के प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने मंगलवार को कहा कि वह आईएसआईएस के दुष्प्रचार और मुस्लिम नौजवानों को उसकी ज़द में जाने से बचाने के प्रयास में सरकार का पूरा सहयोगी करेगा। जमीयत के राष्ट्रीय सचिव नियाज फारूकी ने कहा, ‘‘यह अच्छी बात है कि सरकार ने इस अहम मसले पर मुस्लिम संगठनों के साथ बातचीत का सिलसिला शुरू किया है। हम आईएसआईएस के खिलाफ प्रयास में सरकार का पूरा सहयोग करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आईएसआईएस के साथ चाहे एक व्यक्ति जुड़े या हजार लोग जुड़ें, दोनों स्थिति में यह हमारे लिए चिंता का विषय है। यह एक बड़ी समस्या है और इससे हम लोगों को मिलकर निपटना है।’’

आईएसआईएस की ओर से भारतीय नौजवानों को कथित तौर पर आकर्षित करने के प्रयासों के बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आज देश के प्रमुख मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की तथा इस आतंकी समूह के मंसूबों को नाकाम करने में उनका सहयोग मांगा। बैठक में जमीयत उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय सचिव फारूकी के अलावा अजमेर शरीफ के मौलाना अब्दुल वहीद हुसैन चिश्ती, रफीक वारशिक, एम एम अंसारी, एमजे खान, शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे जव्वाद, कमाल फारूकी, पीस फाउंडेशन ऑफ इंडिया के मुफ्ती एजाज़ अरशद कासमी और अन्य मौजूद थे।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख