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वॉशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 साल में छठी बार अमेरिका की यात्रा पर हैं। ये उनकी पहली राजकीय यात्रा है। पीएम मोदी भारतीय समयानुसार देर रात 1ः30 बजे अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के ज्वॉइंट सेशन को संबोधित करने पहुंचे। अमेरिकी कांग्रेस में ये पीएम मोदी का दूसरा संबोधन है। यूएस कांग्रेस में 'मोदी-मोदी' के नारे लगे। इससे पहले पीएम ने 2016 में अमेरिका की संसद में भाषण दिया था। भारतीय समयानुसार शुक्रवार सुबह 4 बजे पीएम मोदी के लिए व्हाइट हाउस में स्टेट डिनर रखा गया है।

मोदी ने कहा, सात सालों में बहुत कुछ बदला, लेकिन भारत-यूएस की दोस्ती को गहरा करने की प्रतिबद्धता जस की तस रही। पीएम ने भारत के साथ अमेरिका के रिश्तों की तुलना एआई यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से की। उन्होंने कहा, "दोनों देशों के बीच अब भरोसे की मित्रता है। दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ा है।"

मोदी ने कहा, भारत और अमेरिका दोनों महान लोकतांत्रिक देश हैं। लोकतंत्र से दोनों देशों के गहरे संबंध हैं। अमेरिकी सपनों के लिए भारत बराबर का साझीदार है। अमेरिकी सपनों में भारतीयों का भी योगदान है।

वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ साझा हितों से जुड़े क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करने के उद्देश्य से उच्च स्तरीय वार्ता के लिए व्हाइट हाउस में मुलाकात की। इसका मकसद रक्षा, अंतरिक्ष, स्वच्छ ऊर्जा और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी सहित भारत अमेरिका सामरिक संबंधों को और गति प्रदान करना है। व्हाइट हाउस के ओवल कार्यालय में मोदी और बाइडन ने आमने सामने की बैठक की। इसके बाद शिष्टमंडल स्तर की वार्ता होगी। दोनों नेताओं के बीच 24 घंटे के भीतर यह दूसरी बार संवाद हुआ।

बैठक के दौरान शुरूआती संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति बाइडन से कहा, "दोनों देशों के साथ संबंधों को लेकर आपकी व्यक्तिगत प्रतिबद्धता के कारण अंतरिक्ष की ऊंचाइयों से लेकर समुद्र की गहराइयों तक, प्राचीन सभ्यता से लेकर कृत्रित बुद्धिमता तक हर क्षेत्र में हम कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं।" उन्होंने कहा कि राजनयिक दृष्टि से जब भी दो देशों के बीच संबंधों की बात की जाती है तब अक्सर संयुक्त बयान, कार्य समूह, समझौता ज्ञापन के दायरे में होती है, इसका भी अपना महत्व है।

दुबई: अटलांटिक महासागर में ऐतिहासिक टाइटैनिक जहाज का मलबा देखने के रास्ते में लापता हुई पर्यटक पनडुब्बी की तलाश के लिए वक्त रेत की तरह फिसलता जा रहा है और बृहस्पतिवार सुबह तक भी उसका कुछ अता.पता नहीं चला है। "टाइटन" नाम की इस लापता पनडुब्बी में चंद घड़ियों के लिए ही ऑक्सीजन बची है।

बचावकर्ताओं ने इस पनडुब्बी के लापता होने वाले स्थान पर और जहाज भेजे हैं ताकि दूसरे दिन इसकी तलाश के दौरान पानी के भीतर से आयी आवाज से उन्हें बचाव की दिशा तय करने में मदद मिले। टाइटन जब रविवार सुबह छह बजे अपनी यात्रा पर रवाना हुआ था तो चालक दल के पास केवल चार दिन के लिए ही ऑक्सीजन थी।

टाइटन पर सवार पांच पर्यटकों की सलामती की उम्मीद जताने वाले लोगों ने भी कई बाधाओं को लेकर आगाह किया है, जिसमें पनडुब्बी की लोकेशन का पता लगाना, बचाव उपकरण के साथ उस तक पहुंचना तथा उसे सतह तक लाना शामिल है और यह सब कुछ पनडुब्बी में सवार यात्रियों की ऑक्सीजन आपूर्ति खत्म होने से पहले करना होगा।

वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन ने बुधवार को व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए निजी रात्रिभोज की मेजबानी की। राष्ट्रपति और प्रथम महिला ने मोदी का स्वागत किया और भवन में प्रवेश करने से पहले उन्होंने तस्वीरें खिंचवाईं और बातचीत करते देखे गए।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, ‘‘जब दोस्त मिलते हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन, प्रथम महिला जिल बाइडन और उनके परिवार के साथ निजी मुलाकात के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व्हाइट हाउस पहुंचे। दोनों नेताओं के लिए घनिष्ठ संबंध साझा करने का अवसर...।’’

व्हाइट हाउस के अनुसार, इस दौरान राष्ट्रपति, प्रथम महिला और प्रधानमंत्री ने भारत को समर्पित संगीत का भी आनंद उठाया। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन और उनके भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल भी इस मौके पर मौजूद थे। प्रधानमंत्री मोदी ने बाद में ट्वीट किया, ‘‘मैं राष्ट्रपति जो बाइडन और प्रथम महिला जिल बाइडन का आज व्हाइट हाउस में मेजबानी के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। हमने कई विषयों पर बातचीत की।’’

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