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न्यूयार्क: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को यहां संयुक्त राष्ट्र महासभा के उच्च स्तरीय सत्र से इतर विभिन्न देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें की और उनके साथ बहुपक्षवाद में सुधार एवं जी20 में सहयोग को लेकर चर्चा की।

जयशंकर ने मेक्सिको, बोस्निया एवं हर्जेगोविना और आर्मीनिया के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं। जयशंकर ने कहा कि मेक्सिको की विदेश मंत्री एलिसिया बार्सेना से मिलकर उन्हें ‘‘वाकई खुशी’’ हुई।

उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘हमने व्यापार, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, शिक्षा, अर्थव्यवस्था और पारंपरिक चिकित्सा पर केंद्रित हमारी विशेष साझेदारी को आगे बढ़ाने पर चर्चा की। बहुपक्षवाद को बेहतर बनाने और जी20 में साथ मिलकर काम करने को लेकर भी विचारों का आदान-प्रदान हुआ।’’

उन्होंने बोस्निया एवं हर्जेगोविना के विदेश मंत्री एल्मेडिन कोनाकोविच से भी मुलाकात की और व्यापार एवं अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करते हुए द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की।

ओटावा: खालिस्तानी चरमपंथियों के खिलाफ निष्क्रियता के लिए अपनी ही पार्टी के नेतृत्व वाली सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए लिबरल पार्टी के सांसद चंद्र आर्य ने रविवार को कहा कि चरमपंथी तत्वों की ओर से दी जा रही धमकियों के बाद हिंदू कनाडाई भयभीत हैं। पीएम जस्टिन ट्रूडो की पार्टी के नेता चंद्र आर्य ने हिंदू कनाडाई लोगों के लिए खतरे का मुद्दा उठाया है और समुदाय से शांत और सतर्क रहने का आग्रह किया है।

आर्य की यह टिप्पणी दोनों देशों के बीच चल रहे गतिरोध के बीच गुरपतवंत सिंह पन्नू और अन्य चरमपंथी तत्वों द्वारा हिंदू कनाडाई लोगों को धमकियां देने और उन्हें भारत वापस जाने की चेतावनी देने के बाद आई है। सीबीसी न्यूज से बात करते हुए चंद्र आर्य ने कहा, "प्रधानमंत्री (ट्रूडो) के बयान के बाद जो हुआ उसके परिणाम को लेकर मैं ज्यादा चिंतित हूं। यहां हिंदू कनाडाई लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित और भयभीत हैं।"

उन्होंने एक लोकप्रिय कॉलम का भी हवाला दिया, जिसमें कहा गया था कि "कनाडा में जातीय और सांप्रदायिक रक्तपात का खतरा वास्तविक है।"

वाशिंगटन: कनाडा के पीएम ने खालिस्तानी आंतकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारतीय एजेंटों का हाथ होने का शक जताया था। भारत और कनाडा के बीच तनातनी के बीच अब अमेरिका का बयान भी सामने आया है। अमेरिका ने कनाडा की जांच का समर्थन करते हुए कहा है कि जो भी दोषी है उसे सजा मिले। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने गुरुवार को कहा कि हमने कनाडा के पीएम की तरफ़ से सार्वजनिक तौर पर लगाए गए आरोपों को सुना और सार्वजनिक तौर पर इस मामले पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अमेरिका का समर्थन इस बात को लेकर है कि क़ानूनी तरीक़े से इस बात की तह तक पहुंचा जाए कि आख़िर हुआ क्या और दोषियों को सज़ा मिले।

अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार ने कहा कि,'मैं प्राइवेट डिप्लोमैटिक बातचीत में नहीं जा रहा लेकिन हम लगातार कनाडा के संपर्क में हैं, उनसे विचार विमर्श कर रहे हैं। वे इसकी जांच के लिए जो कर रहे हैं उसे हमारा समर्थन है हम भारत सरकार के भी संपर्क में हैं।'

वैंकूवर: कनाडा में मोगा जिले के दविंदर बंबीहा गिरोह के सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके की बुधवार (20 सितंबर) की रात को हत्या कर दी गई है। ये घटना 19 जून को सरे में आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या जैसा ही है। आरोपियों ने सुखदूल सिंह उर्फ सुक्खा दुनेके को लगभग 15 गोलियां मारीं हैं।

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक दुनेके साल 2017 में फर्जी दस्तावेजों की मदद से भारत से कनाडा भाग गया था। सुखदूल सिंह के खिलाफ सात आपराधिक मामले दर्ज हैं। पंजाब क्षेत्र और आसपास के कम से कम 29 गैंगस्टर हैं, जो कानून से बचने के लिए भारत के बाहर शरण ले रहे हैं। वे या तो भारतीय पासपोर्ट पर या नकली-जाली यात्रा दस्तावेजों की मदद से कई सालों पहले नेपाल के रास्ते भारत छोड़कर दूसरे मुल्क चले गए थे।

आपको बता दें कि सुखदूल सिंह दुनेके का संबंध मोस्ट वांटेड अर्श डल्ला गैंग से था। सुखदूल सिंह दुनिके टारगेट किलिंग करने के लिए जाना जाता था। खालिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज करते हुए एनआईए ने कल ही यानि बुधवार (20 सितंबर) को अर्श डल्ला गैंग पर 10 लाख का इनाम रखा था।

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