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भुवनेश्वर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को कहा कि विश्व आज भारत की बात सुनता है और देश अपनी विरासत के कारण अंतरराष्ट्रीय समुदाय को यह बताने में सक्षम है कि भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ में निहित है।

भुवनेश्वर में आयोजित ‘18वें प्रवासी भारतीय दिवस-2025’ सम्मेलन को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत सिर्फ लोकतंत्र की जननी ही नहीं है बल्कि लोकतंत्र हमारे जीवन का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि आज दुनिया भारत को सुनती है, जो न केवल अपने विचार रखता है बल्कि ‘ग्लोबल साउथ’ के विचार भी पेश करता है। ‘ग्लोबल साउथ’ शब्द का इस्तेमाल आम तौर पर आर्थिक रूप से कम विकसित देशों को संदर्भित करने के लिए किया जाता है।

मोदी ने कहा, ‘‘अपनी विरासत की ताकत के कारण ही भारत दुनिया को यह बताने में सक्षम है कि भविष्य ‘युद्ध’ में नहीं, बल्कि ‘बुद्ध’ (शांति) में निहित है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम संकट की स्थिति में अपने प्रवासी समुदाय की मदद करना अपनी जिम्मेदारी समझते हैं, चाहे वे कहीं भी हों।’’

भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी और उपमुख्यमंत्री प्रवाती परिदा ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन और बेमौसम बारिश के कारण किसानों की फसल के नुकसान के मद्देनजर नये साल के अवसर पर किसी भी समारोह में शामिल नहीं होने का सोमवार को फैसला किया। माझी ने यह निर्णय आज लिया क्योंकि राज्य में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर सात दिवसीय राजकीय शोक मनाया जा रहा है और कई जिलों में असमय बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है।

ओडिशा के मुख्यमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘माननीय मुख्यमंत्री श्री मोहन चरण माझी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन और बेमौसम बारिश के कारण विभिन्न जिलों में किसानों की फसलों के नुकसान के बाद सात दिवसीय राष्ट्रीय शोक की अवधि के मद्देनजर आगामी अंग्रेजी नव वर्ष के अवसर पर किसी भी समारोह/बधाई कार्यक्रम में आधिकारिक रूप से भाग नहीं लेंगे।’’ मुख्यमंत्री ने शुभचिंतकों और समर्थकों से अनुरोध किया है कि वे नये साल पर कोई फूल, डायरी या अन्य सामान न लाएं।

भुवनेश्वर: ओडिशा के कोरापुट जिला स्थित प्रसिद्ध शैवपीठ गुप्तेश्वर के पास सुकनाल घाटी में तीर्थयात्रियों से भरी एक बस के पलट जाने से चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 लोग घायल हो गए। घटना रविवार की सुबह साढ़े पांच बजे की है। बस में 40 से अधिक श्रद्धालु सवार थे।

बस कटक के नियाली से तीर्थयात्रियों को लेकर शैवपीठ के लिए निकली थी। इधर, मुख्यमंत्री मोहन चरण मांझी ने इस घटना पर शोक प्रकट किया। साथ ही मृतक के आश्रितों को दो-दो लाख रुपये की सहायता राशि व घायलों के मुफ्त इलाज की घोषणा की है।

10 लोगों की हालत गंभीर, एक नाबालिग के कटे हाथ-पैर

बताया गया कि सभी तीर्थयात्री कटक और उसके आसपास के क्षेत्र के थे और शनिवार को कालाहांडी में मां माणिकेश्वरी का दर्शन करने के बाद शैवपीठ गुप्तेश्वर मंदिर जा रहे थे कि यह घटना घटी। घायलों में से 10 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। इसमें एक नाबालिग भी है, जिसका एक पैर एवं एक हाथ कट गया है।

भुवनेश्वर: ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना' के तटीय क्षेत्र से टकराने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रक्रिया के शुक्रवार सुबह तक जारी रहने की संभावना है। आईएमडी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तूफान पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और फिर केंद्रपाड़ा जिले के भीतर कनिका और भद्रक जिले के धामरा के बीच पहुंचा। हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी।

भद्रक में भारी तबाही, कई इलाकों में उखड़े पेड़

दाना तूफान के दस्तक देने के बाद से ओडिशा के कई इलाकों में तेज हवाओं और भारी बारिश का सिलसिला जारी है। इस कारण कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए हैं। तेज हवाओं और भारी बारिश से ओडिशा के धामरा भद्रक में भारी तबाही मची है। कई जगह पेड़ गिरे हुए हैं। दाना तूफान की वजह से ओडिशा के बांसडा में भारी तबाही हुई। ओडिशा-पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में चक्रवाती तूफान दाना के आने का सिलसिला जारी है।

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