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भुवनेश्वर: ओडिशा के छह जिलों में बिजली गिरने की घटनाओं में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई। इन जिलों में शनिवार को भारी बारिश हुई। विशेष राहत आयुक्त के कार्यालय ने बताया कि बिजली गिरने से खुर्दा जिले में चार, बोलांगीर में दो और अंगुल, बौध, जगतसिंहपुर और ढेंकनाल में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई। कार्यालय ने बताया कि बिजली गिरने से खुर्दा में तीन लोग घायल भी हो गये।

मौसम विभाग ने चेताया, मानसून फिर हुआ सक्रिय

अधिकारी ने बताया कि भुवनेश्वर और कटक शहरों सहित ओडिशा के तटीय क्षेत्र में बिजली गिरने के साथ भारी बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले चार दिनों में राज्य के कई हिस्सों में इसी तरह की स्थिति की संभावना जताई है। बयान में कहा गया है कि चक्रवाती चक्र ने मानसून को सक्रिय कर दिया है, जिससे पूरे राज्य में भारी बारिश हुई है। भुवनेश्वर और कटक में शनिवार को 90 मिनट के अंतराल के दौरान क्रमशः 126 मिमी और 95.8 मिमी बारिश दर्ज की गई।

भुवनेश्वर: ओडिशा के गंजम जिले में दिगपहांडी के पास दो बसों के बीच की टक्कर में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए। गंजम की जिला मजिस्ट्रेट दिब्या ज्योति परिदा ने कहा कि घायलों को इलाज के लिए एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। दिब्या ज्योति परिदा ने बातचीत में कहा, "दो बसें टकरा गईं, जिसमें 12 लोगों की मौत हो गई। घायलों को तुरंत इलाज के लिए एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। इस मामले की जांच चल रही है और हम घायलों को हर संभव मदद देने की कोशिश कर रहे हैं।"

ओडिशा सीएमओ ऑफिस ने ट्वीट कर कहा, “मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने बस दुर्घटना के बारे में जानकर दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने पांच लाख रुपये की अनुग्रह सहायता की घोषणा की है। मृतक के परिजनों को राहत कोष से 3 लाख रुपये दिए जाएंगे।” उन्होंने आगे कहा कि दुर्घटना में घायल लोगों को मुफ्त चिकित्सा देखभाल प्रदान की जाएगी। वित्त मंत्री विक्रम अरुख और विधायक विक्रम पांडा ने तुरंत मौके पर जाकर पीड़ितों को सहायता देने का आदेश दिया है।

भुवनेश्वर: पश्चिम बंगाल की सीएम और पूर्व रेल मंत्री ममता बनर्जी मंगलवार (6 जून) को कटक के अस्पताल में ओडिशा रेल हादसे के घायलों में मिलने पहुंची हैं। इस भीषण रेल दुर्घटना में अब तक 278 लोगों की जान जा चुकी है और सैकड़ों लोग घायल हैं। जिनका इलाज चल रहा है। घायलों से मिलने पहुंचीं ममता बनर्जी ने कहा कि अभी विवाद करने का समय नहीं है। हम चाहते हैं कि जल्द से जल्द सच सामने आना चाहिए।

भुवनेश्वर एयरपोर्ट पर उतरने के बाद ममता बनर्जी यहां से हेलीकॉप्टर के जरिए कटक रवाना हुईं। कटक में वह श्रीरामचंद्र भंज मेडिकल अस्पताल में भर्ती पश्चिम बंगाल के घायल यात्रियों से मुलाकात की और उन्हें किस प्रकार इलाज मिल रहा है इसका जायजा लिया।

उन्होंने आगे कहा कि ओडिशा और पश्चिम बंगाल सरकार मिलकर काम कर रही हैं। वे नि:शुल्क इलाज करा रही हैं। मैंने 100 एम्बुलेंस और 40 अफसरों को यहां भेजा है। पश्चिम बंगाल के 103 शवों की पहचान कर ली गई है और 97 लोगों का इलाज चल रहा है। 31 अभी लापता हैं। जिनका हाथ पैर कटा है हम उनको नौकरी देंगे।

नई दिल्‍ली (जनादेश ब्यूरो): ओडिशा का बालासोर ट्रेन हादसा आखिर क्‍यों हुआ? इस हादसे की वजह क्‍या थी? इन सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिल पाए हैं। इस ट्रेन हादसे में अभी तक 278 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच सीबीआई ने हादसे की जांच भी शुरू कर दी है। सीबीआई की 10 सदस्यीय टीम ने बालासोर ट्रेन दुर्घटना स्थल का सोमवार को दौरा किया और अपनी जांच शुरू की। रेलवे के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। खुर्दा रोड मंडल के डीआरएम आर रॉय ने कहा कि उनकी जानकारी के अनुसार, सीबीआई जांच शुरू हो गई है, लेकिन विस्तृत विवरण अभी उपलब्ध नहीं है।

रेलवे बोर्ड ने रविवार को हादसे की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। यह मामला भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 337ए 338ए 304ए ;लापरवाही से मौतद्ध और 34 (सामान्य मंशा) और धारा 153 (रेलवे यात्रियों के जीवन को खतरे में डालने वाली गैरकानूनी और लापरवाही भरी कार्रवाई) और रेलवे अधिनियम 154 और 175 (जीवन को खतरे में डालना) के तहत दर्ज किया गया था।

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