लखनऊ: प्रदेश में अनियंत्रित अपराध को लेकर आक्रोशित सपाई सोमवार को केंद्रीय नेतृत्व के आह्वान पर सड़क पर उतर आए। प्रदेश के उपचुनाव वाले जनपदों को छोड़कर अन्य समस्त जनपदों में आज समाजवादी पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारियों को सौंपा। ज्ञापन में प्रदेश में अनियंत्रित अपराध स्थिति का विवरण देते हुए कहा गया है कि हर दिन मानवता को शर्मसार करने वाली घटनाएं हो रही है। सरकार हर मोर्चे पर विफल है। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। प्रदेश में संवैधानिक संकट की स्थिति है। विकास अवरूद्ध है। जनता त्राहि-त्राहि कर रही है। सपाइयों ने प्रदेश के हालात देखते हुए राज्यपाल से अपने संवैधानिक दायित्वों का पालन करने की अपील की।
प्रदेश के लगभग सभी जिला मुख्यालयों पर सपाई नारेबाजी करते हुए जुलूस की शक्ल में कलेक्ट्रेट पहुंचे और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला प्रशासन को दिया। ज्ञापन में प्रदेश में जंगलराज होने, अपराधियों के बेलगाम होने, हत्या, लूट व अपहरण जैसी वारदातों की बाढ़ आने के अलावा दलित, पिछड़ों व मुस्लिमों के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया गया।
यह भी कहा गया कि राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की रिपोर्ट में भी माना गया है कि उत्तर प्रदेेश में महिलाओं के खिलाफ अपराध में वृद्धि हुई है।
ज्ञापन में कहा गया है कि भाजपा सरकार दलितों, वंचितों और समाज के कमजोर वर्गों के हितों की पूर्णतया अनदेखी कर रही है। हाथरस में दलित बेटी के साथ दुष्कर्म और उसकी नृशंस हत्या के बाद आधी रात को पुलिस ने उसका शव जला दिया। पुलिस-प्रशासन का यह रवैया भी अत्यंत शर्मनाक रहा है। कई किशोरियों ने रेप की घटनाओं के बाद ग्लानि में आत्मदाह कर जान दे दी।