हाथरस: हाथरस गैंगरेप मामले में जांच के सिलसिले में सीबीआई (सीबीआई) मंगलवार को हाथरस पहुंची। सीबीआई टीम क्राइम सीन की जांच-पड़ताल के बाद उस जगह पर गई जहां पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार किया गया था। सीबीआई ने जहां पीड़िता का शव जलाया गया था वहां से राख के नमूने लिए और आसपास की जगह की तलाशी ली। पूरी जगह की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी हो रही है। जहां शव जलाया गया है वहां से फोरेंसिक एक्सपर्ट मिट्टी की राख और दूसरे सैंपल ले रहे हैं। पीड़िता के बड़े भाई को भी अंतिम संस्कार की जगह लाया गया।
इससे पहले, सीबीआई की टीम ने करीब ढाई घंटे तक क्राइम स्पॉट पर जांच पड़ताल की थी। पीड़िता की मां और भाई को भी क्राइम सीन पर लेकर गई थी। दरअसल, पीड़िता की मां की तबियत खराब होने की वजह से उन्हें अस्पताल ले जाया गया था। जब एम्बुलेंस पीड़ित की मां को लेकर अस्पताल से वापस आ रही थी, तो सीबीआई ने पीड़िता की मां को एम्बुलेंस से उतार लिया। सीबीआई पीड़िता की मां को भी क्राइम सीन पर ले गई. पीड़िता का भाई भी वहां मौजद रहा।
हाथरस पीड़िता की मां की तबियत मंगलवार को बिगड़ गई थी। इसकी सूचना मिलने पर सीएमओ और एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा गांव में पहुंचे और पीड़िता की मां को लेकर हॉस्पिटल गए। मां के साथ में पीड़िता का भाई और पीड़िता की बुआ भी साथ में हैं।
हाथरस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट सुनवाई कर रहा है। पीड़ित परिवार की ओर से इस केस को दिल्ली या मुंबई ट्रांसफर करने की मांग की गई है। सोमवार को हाईकोर्ट में हुई सुनवाई में पीड़ित पक्ष की ओर से कोर्ट के सामने तीन मांगें रखी गई हैं, जिसमें एक यह मांग भी रखी गई है।
निर्भया का केस लड़ने वाली वकील सीमा कुशवाहा ने मीडिया को बताया कि 'परिवार चाहता है कि इस केस को दिल्ली या मुंबई ट्रांसफर किया जाए।' उन्होंने यह भी बताया कि परिवार ने कोर्ट में आग्रह किया है कि जांच की डिटेल्स को सार्वजनिक करने पर रोक लगाई जाए।