मेरठ: यहाँ सिविल लाइंस इलाके में डीआरआई ने छापेमारी की है. ये छापेमारी एक रिटायर्ड कर्नल देवेंद्र कुमार के घर हुई। इसमें एक करोड़ से ज़्यादा कैश बरामद किया गया है। साथ ही कुछ ऐसी हैरान करने वाली चीज़ें बरामद हुई हैं जिससे साफ़ है कि यहां बड़े पैमाने पर तस्करी की जा रही थी। यहां से प्रतिबंधित और दुर्लभ जानवरों के 117 किलो मांस बरामद किए गए हैं। साथ ही इन जानवरों की सींग, खाल और दूसरे अंग भी बरामद किए गए हैं। डीआरआई यानी डायरेक्ट्रेट ऑफ़ रेवन्यू इंटेलिजेंस की टीम ने यहां से 150 से ज़्यादा हथियार बरामद किए हैं। इसमें क़रीब 40 राइफ़ल और पिस्टल शामिल हैं. रिटायर्ड कर्नल के घर से 2 लाख कारतूस भी मिले हैं। डीआरआई के अधिकारियों का कहना है कि ये जानवरों के शिकार करने वाला बड़ा रैकेट है। साथ ही हथियारों की सप्लाई का भी काम यहां से होता है. और इसके तार विदेश तक जुड़े हैं। साथ ही इन्होंने बताया कि यहां कई ऐसे हथियार मिले हैं जो एक ही लाइसेंस पर ख़रीदे गए हैं। जहां ये छापेमारी हुई है उस घर में कर्नल के साथ उनकी पत्नी और बेटे रहते हैं। बरामदगी के बाद डीआरआई के अधिकारियों ने रिटायर्ड कर्नल से कई घंटे पूछताछ की है। हालांकि अब तक इस मामले में कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है लेकिन चार लोगों के हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है। कुमार के बेटे प्रशांत बिश्नोई राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज हैं।
डीआरआई के एक अधिकारी ने कहा कि यह छापेमारी आय से अधिक संपत्ति के मामले में की गई। कुमार के आवास के एक अस्थायी गोदाम में नीलगाय का 117 किलो मांस, एक करोड़ नकदी, 40 बंदूकें, हिरणों की पांच खोपड़ियों, सांभर हिरण के सींग, काले हिरण और चिकारा के सींग, जानवर की खाल और हाथी दांत बरामद किए गए। वनों के प्रमुख संरक्षक मुकेश कुमार ने कहा, ‘‘नील गाय का मांस फ्रिज से बरामद किया गया। इसमें से नमूना लिया गया और इसे परीक्षण के लिए प्रयोगशाला में भेजा जाना है।’’ उन्होंने कहा कि सेवानिवृत्त सैन्य अधिकारी और बिश्नोई के खिलाफ वन्यजीवन संरक्षण कानून, 1972 के तहत कार्रवाई की जाएगी। हालांकि उनके खिलाफ अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है।