बेंगलुरू: कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में ड्रोन के जरिए कोरोना वैक्सीन की खुराक पहुंचाई गई है। नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज ने अपने ड्रोन 'ऑक्टाकॉप्टर' के जरिए कोरोना वैक्सीन की डोज पहुंचाई। इस ड्रोन के जरिए वैक्सीन पहुंचाने के दौरान ज्यादा समय की खपत नहीं हुई बल्कि महज 20 मिनट में 14 किमी की दूरी तय की गई।
वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) के मुताबिक, ऑक्टाकॉप्टर ने 10 मीटर प्रति सेकंड की गति से 300 मीटर एजीएल की ऊंचाई पर उड़ान भरी और लगभग 10 मिनट में लगभग 7 किलोमीटर की हवाई दूरी तय की। हरगड्डे में टीकों की डिलीवरी के बाद, ड्रोन चंदपुरा पीएचसी में लौट आया। उन्होंने बताया कि पूरे मिशन ने टीकों की डिलीवरी सहित 20 मिनट में लगभग 14 किमी की दूरी तय की है। हालांकि, सड़क मार्ग से चंदपुरा से हरगड्डे तक टीके पहुंचाने में आमतौर पर लगभग 30 से 40 मिनट लगते हैं।
कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग की डा. मनीषा के हवाले से कहा गया है कि पीएचसी के डॉक्टर ड्रोन के जरिए कोरोना टीकों के तेज और सुरक्षित वितरण को देखकर खुश थे।
चिकित्सा अधिकारियों ने खुशी व्यक्त करते हुए सीएसआईआर-एनएएल को बधाई दी और आने वाले दिनों में दूरस्थ स्थानों के लिए संयुक्त पहल जारी रखने के लिए समर्थन का आश्वासन दिया। सीएसआईआर-एनएएल में मानव रहित हवाई वाहन डिवीजन के प्रमुख डा. पी. वी सत्यनारायण मूर्ति ने अपनी टीम को बधाई दी और कहा कि दूरदराज के इलाकों में टीकों की डिलीवरी के लिए ऑक्टाकॉप्टर समय की जरूरत थी।
उन्होंने कहा कि एनएएल ऑक्टाकॉप्टर पूरी तरह से ऐसे मिशन के लिए डिजाइन किया गया है जो अकुशल ऑपरेटरों द्वारा संचालित करना आसान है। एनएएल ने ड्रोन निर्माण और परिचालन सेवाओं की पेशकश के लिए निजी फर्मों के साथ पहले ही करार कर लिया है। ऑक्टाकॉप्टर एक स्वदेश में विकसित मध्यम श्रेणी का बीवीएलओएस मल्टी-कॉप्टर यूएवी है।