नई दिल्ली: जनता दल (सेक्युलर) नेता और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने रविवार को उन चर्चाओं को खारिज कर दिया, जिसमें कहा जा रहा था कि वे राज्यसभा चुनाव लड़ सकते हैं। देवगौड़ा ने मीडिया से कहा कि मैं राज्यसभा जाने का इच्छुक नहीं हूं। मेरी चिंता पार्टी को और मजबूत करने में है। मैंने पहले ही कहा था कि मैं अब चुनाव नहीं लड़ूंगा। कर्नाटक में जून महीने में चार राज्यसभा की सीटें खाली होने जा रही हैं। अभी इन दोनों से सांसद कांग्रेस के राजीव गौड़ा और बीके हरी प्रसाद हैं। वहीं, एक अन्य सीट से भाजपा के प्रभाकर कोरे और जेडीएस के डी कुपेंद्र रेड्डी सांसद हैं।
पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने सप्ताह में पहले कहा था कि यह गौड़ा के लिए संसद में फिर से प्रवेश करने का अवसर था। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने कहा था कि देवगौड़ा के लिए राज्यसभा जाने का यह अच्छा अवसर है। पार्टी के प्रवक्ता तनवीर अहमद उल्लाह ने हाल ही में जेडी(एस) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कहा था कि उन्होंने पूर्व पीएम से चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था, 'देवगौड़ा जी के लिए ज्यादा वोट जुटाने में कोई दिक्कत भी नहीं आएगी। सभी दल उनका सम्मान करते हैं। कर्नाटक को केंद्र में एक मजबूत आवाज की जरूरत है।'
बताते चलें कि देवगौड़ा ने पिछले साल लोकसभा चुनाव में अपने पोते प्रजवल रेवन्ना के लिए अपनी पारंपरिक सीट हसन छोड़ दी थी। यहां से वे पांच बार सांसद चुने गए थे। उन्होंने तुमकुरु लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। रेवन्ना जीत गए थे लेकिन गौड़ा भाजपा के जीएस बसवराज से लगभग 13,000 वोटों से हार गए थे।