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बेंगलुरु: कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को संकेत दिया कि उनकी सरकार की योजना माध्यमिक स्कूल की इतिहास की पाठ्य पुस्तकों से टीपू सुल्तान पर अध्याय हटाने की है। वहीं, विपक्षी कांग्रेस ने इस योजना को लेकर भाजपा को 'धर्मांध बताया है। येदियुरप्पा ने यह भी कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि (कभी) मैसूर रियासत के 18 वीं सदी के विवादस्पद शासक टीपू सुल्तान ''स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने एक सवाल के जवाब में यहां संवाददाताओं से कहा, ''टीपू...हम हर चीज हटाने जा रहे हैं और यहां तक कि पाठ्य पुस्तकों में मौजूद (उनके बारे में अध्याय) को भी हम हटाने की सोच रहे हैं।

गौरतलब है कि कुछ ही दिन पहले भाजपा विधायक अप्पाचू रंजन ने यह अध्याय (टीपू के बारे में) हटाने की मांग करते हुए कहा था कि इसमें 'गलत सूचना है। येदियुरप्पा ने कहा कि वह नहीं मानते हैं कि टीपू सुल्तान एक स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने कहा, ''...हम इस पर विचार करेंगे, हम इसकी पड़ताल करेंगे (पाठ्य पुस्तक से अध्याय हटाने की मांग का)। हालांकि, विपक्षी कांग्रेस ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा है कि यह अध्याय हटाना ''इतिहास को विकृत करने जैसा है।

राज्य प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार ने सोमवार को अधिकारियों से रंजन की मांग पर गौर करने कहा और तीन दिनों में एक रिपोर्ट मांगी है। मंत्री ने एक नोट में कर्नाटक पाठ्यपुस्तक सोसाइटी के प्रबंध निदेशक को इतिहास की पाठ्य पुस्तक की मसौदा समिति की बैठक बुलाने तथा अध्याय की जरूरत के बारे में चर्चा के लिये विधायक को आमंत्रित करने के लिये कहा है।

रंजन ने पिछले सप्ताह मंत्री को पत्र लिख कर मांग की थी कि टीपू सुल्तान पर अध्याय को हटा दिया जाए। बाद में, उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए आरोप लगाया था कि टीपू ने हजारों ईसाइयों और कोडवा समुदाय के लोगों का जबरन इस्लाम में धर्मांतरण कराया, फारसी भाषा के जरिये अपना प्रशासन चलाया और वह स्वतंत्रा सेनानी नहीं थे।

इस बीच,अध्याय हटाने के कदम का विरोध करते हुए राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया ने बुधवार को भाजपा को 'धर्मांध बताया। उन्होंने बगलकोट में संवाददाताओं से कहा, ''पाठ्यपुस्तक से टीपू पर अध्याय हटाना इतिहास के तथ्यों के साथ छेड़छाड़ करने जैसा है। इतिहास को विकृत नहीं किया जाना चाहिए, हमें बच्चों को इतिहास से सीख लेने की शिक्षा देनी है...भाजपा धर्मांध है।

प्रदेश कांग्रेस प्रमुख दिनेश गुंडु राव ने कहा, ''क्या येदियुरप्पा टीपू पर अध्याय हटाने के विशेषज्ञ हैं? उल्लेखनीय है कि जुलाई में कर्नाटक की सत्ता में आने के शीघ्र बाद भाजपा सरकार ने टीपू सुल्तान की जयंती पर मनाये जाने वाले समारोहों को रद्द कर दिया था।

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