अहमदाबाद: गुजरात के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता कांति गामित को बुधवार को कोरोना वायरस की गाइडलाइंस का पालन नहीं करने के चलते गिरफ्तार कर लिया गया। एक दिन पहले कांति की पोती की सगाई का एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कोरोना वायरस की गाइडलाइंस की धज्जियां उड़ाते हुए 6 हजार लोग कार्यक्रम में दिखाई दे रहे थे।
भाजपा नेता की गिरफ्तारी गुजरात हाईकोर्ट के उस आदेश के बाद हुई है, जोकि मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग से जुड़ी हुई थी। इस दौरान, कोर्ट ने आश्चर्स जताते हुए नाराजगी जताई थी कि पूर्व विधायक दो हजार लोगों तक को आमंत्रित कर सकता है और प्रशासन आंखें बंद किए रहता है।
गुजरात में सत्तारूढ़ भाजपा के एक नेता के खिलाफ यह पहली ऐसी सख्त कार्रवाई है, जो हाईकोर्ट द्वारा कड़ी फटकार के बाद की गई है। इससे पहले भी हाल के विधानसभा उपचुनावों में भाजपा और कांग्रेस द्वारा राजनीतिक रैलियों के मद्देनजर, अदालत ने कहा था कि राज्य में नेताओं को लोगों को सही संदेश भेजने के लिए जिम्मेदारी से व्यवहार करना चाहिए।
कांति गामित ने 30 नवंबर को तापी जिले के डोसवाडा गांव में एक कार्यक्रम को आयोजित किया था। इसका वीडियो सामने आया था, जिसमें कई सौ लोग डांस करते हुए दिखाई दे रहे थे। कांति ने कोरोना वायरस के चलते लागू गाइडलाइंस की धज्जियों को उड़ाते हुए यह कार्यक्रम रखा था। गामित को भारतीय दंड संहिता की धारा 308 के तहत गिरफ्तार किया गया था।
उन्होंने स्वीकार किया कि समारोह में इतनी बड़ी सभा की अनुमति देना एक गलती थी। उन्होंने कहा, ''मैं गलती के लिए माफी मांगता हूं। हमने तुलसी विवाह और मेरी पोती की सगाई समारोह को एक साथ आयोजित किया था, लेकिन किसी को व्यक्तिगत रूप से आमंत्रित नहीं किया। हमने 2,000 लोगों के लिए भोजन तैयार किया और डांस का भी आयोजन किया। किसी ने वीडियो बनाया और यह वायरल हो गया।''