नई दिल्ली: गुजरात चुनाव से पहले कांग्रेस बिखरने लगी है। पार्टी को छोड़ने वाले विधायकों का सिलसिला शुरू हो गया है। पार्टी बड़े दमखम से भाजपा के खिलाफ पटेल आंदोलन के समय बने माहौल को भुनाना चाहती थी, लेकिन शंकर सिंह बाघेला के पार्टी छोड़ने के बाद तो पार्टी में इस्तीफे का दौर ही शुरू हो गया। पिछले दो दिनों में छह कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दिया है। इनमें से बलवंत सिंह राजपूत सहित तीन भाजपा में शामिल हो गए हैं। कांग्रेस की चुनाव पूर्व सभी रणनीति धरी की धरी रह गई है। ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में एक बार फिर राज्य में कमल खिलने के आसार बढ़ गए हैं। राज्यसभा चुनाव से पहले छह कांग्रेस विधायकों के पार्टी छोड़ने के बीच कांग्रेस के एक वरिष्ठ विधायक राघवजी पटेल ने कहा है कि आगामी दिनों में विधायकों के इस्तीफा देने की संभावना है। पार्टी के पूर्व दिग्गज नेता शंकर सिंह वाघेला के करीबी माने जाने वाले कांग्रेस विधायक राघवजी पटेल ने संकेत दिया कि वह भी इस्तीफा देंगे और भाजपा में शामिल होंगे। राघवजी ने संवाददाताओं से कहा, "जो कुछ अब हो रहा है, उसके लिए कांग्रेस आलाकमान के साथ राज्य का पार्टी नेतृत्व जिम्मेदार है। आगामी दिनों में करीब 20 कांग्रेस विधायक पार्टी से अपना नाता तोड़ लेंगे। इस तरह अहमद पटेल के लिए राज्यसभा चुनाव जीतना मुश्किल होगा।"
जामनगर (ग्रामीण) सीट से विधायक राघवजी ने कहा, "जब मैं हाल में अहमद भाई से मिला, मैंने उन्हें स्थिति के बारे में आगाह किया और उनसे चुनाव न लड़ने का आग्रह किया। मुझे पूरा विश्वास है कि कांग्रेस गुजरात से राज्यसभा सीट नहीं जीत सकती।" राघवजी ने कहा, "क्योंकि गुजरात में केवल दो मुख्य दल हैं और यदि मैं पार्टी छोड़ता हूं तो मेरे पास केवल भाजपा का ही विकल्प है। मैं भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और प्रदेश अध्यक्ष जीतूभाई वघानी से पहले ही बात कर चुका हूं तथा पार्टी में शामिल होने की इच्छा व्यक्त कर चुका हूं।" जामनगर से एक और कांग्रेस विधायक धर्मेंद्र सिंह जडेजा ने भी कांग्रेस छोड़ने का संकेत दिया। विधायक ने कहा, "बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी की कार्यप्रणाली से नाराज हैं। यद्यपि मैंने और राघव ने विगत में कई बार अभ्यावेदन दिया, लेकिन पार्टी आलाकमान ने कोई संतोषजनक उत्तर नहीं दिया है। मैं आगामी दिनों में उचित फैसला लूंगा।" पिछले दो दिनों में छह कांग्रेस विधायकों ने इस्तीफा दिया है। इनमें से बलवंत सिंह राजपूत सहित तीन भाजपा में शामिल हो गए हैं। अब राजपूत राज्यसभा चुनाव में पटेल के खिलाफ खड़े हैं। राज्य की 182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 51 रह गई है। राज्य से राज्यसभा के कुल 11 सदस्यों में से तीन-स्मृति ईरानी, दिलीपभाई पांड्या (दोनों भाजपा से) और अहमद पटेल का कार्यकाल 18 अगस्त को समाप्त हो रहा है।