रायपुर: छत्तीसगढ़ में ब्राह्मण समाज को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी के मामले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल को जमानत मिल गई। उनके वकील गजेंद्र सोनकर ने बताया कि नंद कुमार बघेल को निचली अदालत से जमानत मिली है। अब इस मामले में अगली सुनवाई 21 सितंबर को होगी। बघेल को विवादित टिप्पणी के मामले में बीते मंगलवार को ही गिरफ्तार किया गया था।
मामले में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मीडिया के सामने सफाई भी दी थी। उन्होंने कहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में विभिन्न समुदायों के बीच सद्भाव बनाए रखना मेरी जिम्मेदारी है। अगर उन्होंने एक समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की है, तो इसका मुझे खेद है। उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।
पिछले महीने लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मणों पर टिप्प्णी की थी। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा था कि अब वोट हमारा राज तुम्हारा नहीं चलेगा। हम आंदोलन करेंगे। ब्राह्मणों को गंगा से वोल्गा (रूस की एक नदी) भेजेंगे। क्योंकि ब्राह्मण विदेशी हैं।
ब्राह्मण सुधर जाएं या फिर वोल्गा जाने को तैयार हो जाएं।
इसके बाद दीनदयाल विप्र समाज के सदस्यों ने बघेल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। रायपुर में डीडी नगर थाने की प्रभारी योगिता खोपर्डे ने बताया था कि दो सितंबर को हमें सर्व ब्राह्मण समाज, सुंदर नगर से शिकायत मिली थी कि नंद कुमार बघेल ने ब्राह्मण समुदाय के खिलाफ टिप्पणी की थी। चार सितंबर को मामला दर्ज किया गया।
पहले भी कर चुके हैं ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी
सीएम भूपेश बघेल के पिता पहले भी ब्राह्मणों के खिलाफ टिप्पणी कर चुके हैं। चुनाव से पहले उन्होंने कहा था कि कांग्रेस को राजस्थानी ब्राह्मणों को टिकट नहीं देना चाहिए। करीब 20 साल पहले उनकी किताब 'ब्राह्मण कुमार रावत को मत मारो' ने भी काफी बवाल करवाया था, जिसके बाद सरकार ने इस किताब की बिक्री को प्रतिबंधित कर दिया था।