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नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): दिल्ली में वोटिंग के बाद जो एग्जिट पोल आए, उनमें बीजेपी सरकार बनाते हुए दिख रही है। अगर एग्जिट पोल के नतीजे चुनाव के नतीजों से मेल खाते हैं तो सवाल उठता है कि फिर दिल्ली का नया मुख्यमंत्री कौन होगा। ऐसा कौन सा चेहरा है, जिसे बीजेपी दिल्ली की कमान सौंपेगी। बीजेपी के लिए सीएम फेस का चुनाव एक कठिन टास्क है क्योंकि यहां कई ऐसे बड़े चेहरे हैं, जो इस रेस में आगे चल रहे हैं।

एग्जिट पोल के नतीजों के बाद कई ऐसे नेता हैं, जिनकी बोलचाल को देखकर लग रहा है कि वो खुद को उस रेस में देख रहे हैं। हालांकि बीजेपी की एक बड़ी खूबी है, इस पार्टी में पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा किसी और को पता ही नहीं होता कि किसी भी राज्य का मुख्यमंत्री किसे बनाया जाएगा। इस रेस में जो बड़े नाम आगे चल रहे हैं, उनमें सबसे महत्वपूर्ण नाम प्रवेश साहिब सिंह वर्मा का है। इसके अलावा उत्तर-पूर्वी दिल्ली से तीसरी बार सांसद मनोज तिवारी, नई दिल्ली से सांसद बांसुरी स्वराज, पूर्व केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और मीनाक्षी लेखी का नाम भी सीएम की पोस्ट के लिए आगे चल रहा है।

क्या होती है बीजेपी की स्ट्रैटजी?

बीजेपी किसी भी राज्य में अपना सीएम कैसे बनाती है, उसकी क्या स्ट्रैटजी होती है, इसे अब तक कोई नहीं समझ पाया है। फिर चाहे वो यूपी हो, एमपी हो, राजस्थान हो या फिर छत्तीसगढ़ हो। जहां यूपी में योगी आदित्यनाथ को अचानक सांसद से मुख्यमंत्री बना दिया गया था। वैसे ही मध्यप्रदेश के लोकप्रिय नेता रहे शिवराज सिंह चौहान को हटाकर उनकी जगह मोहन यादव को राज्य की कमान सौंप दी गई और बाद में शिवराज को दिल्ली में केंद्रीय मंत्री बनाकर लाया गया। ऐसे ही राजस्थान में वसुंधरा राजे का वर्चस्व खत्म कर उनकी जगह भजनलाल शर्मा को लाया गया। छत्तीसगढ़ में भी रमन सिंह को हटाकर एक आदिवासी चेहरे विष्णु देव साय को नया मुख्यमंत्री बना दिया गया।

सीएम पोस्ट के लिए सबसे आगे ये नाम

दिल्ली सीएम की कुर्सी के लिए प्रवेश वर्मा का नाम सबसे आगे इसलिए चल रहा है क्योंकि बीजेपी ने उन्हें नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ मैदान में उतारा था। इसके अलावा वो दो बार के सांसद और महरौली से विधायक रह चुके हैं। उनके पिता साहिब सिंह वर्मा भी दिल्ली के मुख्यमंत्री थे। इसके बाद मनोज तिवारी भी दिल्ली की राजनीति के लिए बड़ा नाम हैं। वह दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष रह चुके हैं, उत्तर पूर्वी दिल्ली से लगातार तीसरी बार सांसद चुने गए हैं। बीजेपी ने इस बार दिल्ली की सात में छह लोकसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी बदल दिए थे, लेकिन मनोज तिवारी का टिकट नहीं काटा गया था।

महिला सीएम भी बना सकती है बीजेपी

अगर बीजेपी दिल्ली में महिला वोटरों को जोड़कर रखना चाहती है तो वह दिल्ली को एक महिला सीएम भी दे सकती है, इससे पहले बीजेपी ने सुषमा स्वराज के रूप में महिला मुख्यमंत्री दिया था। इस बार उसके पास महिला सीएम पोस्ट के लिए तीन प्रमुख दावेदार हैं। जिनमें स्मृति ईरानी, मीनाक्षी लेखी और बांसुरी स्वराज शामिल हैं। जहां स्मृति ईरानी और मीनाक्षी लेखी केंद्रीय मंत्री के रूप में काम कर चुकी हैं, वहीं बांसुरी पहली बार सांसद चुनी गई हैं और वो सुषमा स्वराज की बेटी हैं।

दिल्ली में बीजेपी बना सकती है डिप्टी सीएम

वैसे दिल्ली सीएम की रेस में जो नाम चल रहे हैं, जरूरी नहीं है कि उन चेहरों में से ही किसी को सीएम की कुर्सी मिले। ऐसा भी हो सकता है कि संगठन से किसी नेता को लाकर दिल्ली की कमान सौंप दी जाए और इन बड़े चेहरों में से कोई दो चेहरे डिप्टी सीएम बना दिए जाएं। हाल ही में हुए एमपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के चुनावों को देखा जाए तो ऐसा ही लग रहा है कि दिल्ली का मुख्यमंत्री कोई भी बने, जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने के लिए किन्हीं दो बड़े नेताओं को डिप्टी सीएम बना दिया जाएगा।

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