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चड़ीगढ़: पंजाब विधानसभा के बजट सत्र के दौरान सदन में हाईवोल्टेज ड्रामा देखने को मिला। सदन में मुख्यमंत्री पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पुलवामा आतंकी हमले को लेकर निंदा प्रस्ताव पारित किया। हालांकि, इस दौरान सदन में नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ नारेबारी भी हुई। शिरोमणि अकाली दन के बीएस मजीठिया ने कहा, 'कैबिनेट में एक आदमी (नवजोत सिंह सिद्धू) है, जिन्होंने पाकिस्तान की प्रशंसा की। हम उनके खिलाफ सदन में प्रस्ताव पारित कराना चाहते थे। लेकिन हमें इजाजत नहीं दी गई।' उन्होंने आगे कहा कि अगर हमें सदन में बोलने की इजाजत नहीं है तो फिर हम कहां बोलेंगे?

इससे पहले शिरोमणि अकाली दल के प्रकाश सिंह बादल ने चंडीगढ़ में कहा कि पाकिस्तान को लेकर दिए गए बयान पर सिद्धू को सस्पेंड किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं, देश के खिलाफ बोलने वालों के खिलाफ केस रजिस्टर किया जाना चाहिए।

 

सदन की कार्यवाही स्थगित

पंजाब विधानसभा में भारी विरोध के बाद कार्रवाही को स्थगित कर दिया गया। सदन की कार्यवाही को दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। पंजाब विधानसभा में सोमवार को पारित एक प्रस्ताव में कहा गया है कि उसके समस्त विधायकगण पुलवामा हमले में शहीद सीआरपीएफ जवानों के निकटतम परिजन को अपनी एक महीने की तनख्वाह सौंपेगे। पंजाब विधानसभा में लाया गया यह प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित हुआ। इस आशय का प्रस्ताव कांग्रेस विधायक परमिंदर सिंह पिंकी ने सदन के पटल पर रखा था।

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