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कोलकाता: विद्रोही तृणमूल नेता और बंगाल के पूर्व मंत्री सुवेंदु अधिकारी के ममता बनर्जी की पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के कुछ दिनों बाद उनके सबसे छोटे भाई ने भी पार्टी बदल ली और आज वह भी भाजपा में शामिल हो गए। सौमेन्दु अधिकारी तृणमूल पार्षद और पूर्वी मिदनापुर जिले में कांथी नगरपालिका के अध्यक्ष थे, जो कि सुवेन्दु अधिकारी का घर है। पिछले सप्ताह उस पद से हटा दिया गया था, आज वह कंठी के डॉर्मिटरी ग्राउंड में एक रैली में सुवेंदु अधिकारी की उपस्थिति में कम से कम एक दर्जन अन्य तृणमूल पार्षदों के साथ भाजपा में शामिल हो गए।

आपको बता दें कि तृणमूल कांग्रेस को छोड़ कर हाल ही में भाजपा में शामिल हुए शुभेन्दु अधिकारी ने शुक्रवार को कहा था कि उनके भाई एवं तृणमूल नेता सौमेन्दु अनेक कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा में शामिल होंगे। सौमेन्दु को हाल ही में कोन्टाई नगरपालिका के प्रशासक पद से हटा दिया गया था। शुभेन्दु ने पूर्व मेदिनीपुर में एक बैठक में कहा कि सौमेन्दु कुछ पार्षदों और तृणमूल कांग्रेस के 5,000 कार्यकर्ताओं के साथ दिन में भगवा पार्टी में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि तर्णमूल कांग्रेस जल्द ही ढह जाएगी।

उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के स्थापना दिवस के अवसर पर कहा, ‘‘मेरा छोटा भाई सौमेन्दु कोन्टाई में आज भाजपा में शमिल होगा। उसके साथ कई पार्षद और तृणमूल कांग्रेस के जमीनी स्तर के 5,000 कार्यकर्ता होंगे. तृणमूल कांग्रेस शीघ्र ही ढह जाएगी।''

गौरतलब है कि सौमेन्दु ने बृहस्पतिवार को कहा था कि हर घर में कमल खिलेगा. इससे यह संकेत मिल रहे थे कि वह अपने भाई के नक्शे कदम पर चलते हुए भाजपा में शामिल हो सकते हैं। अधिकारी के परिवार के दो लोग दिव्येंन्दु और शिशर तृणमूल कांग्रेस में हैं।

भाजपा नेता ने दावा किया कि आठ जनवरी को यहां होने वाली उनकी रैली में कम से कम एक लाख लोग शामिल होंगे। उन्होंने अपने समर्थकों से कहा,‘‘ अगर रैली स्थल तक पहुंचने में किसी को भी किसी भी प्रकार की बाधा आए ,तो वह मुझे फोन कर सकता है।''

उन्होंने कहा,‘‘ तृणमूल कांग्रेस के असामाजिक तत्वों ने 29 दिसंबर को एक धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने जा रहे श्रद्धालुओं पर हमला किया था। उनके वाहनों पर सनातन हिंदू धर्म संस्थान के झंड़े लगे हुए थे। हमलावरों को सबक सिखाया जाएगा।'' कारोबारी विनय मिश्रा के कोलकाता स्थित दो आवासों पर बहस्पतिवार को सीबीआई के छापों पर उन्होंने कहा ,‘‘एजेंसी मामले में शामिल एक दिग्गज के दरवाजे पर शीघ्र ही दस्तक देगी। जरा इंतजार कीजिए।''

मिश्रा को कथित तौर पर तृणमूल कांग्रेस का करीबी माना जाता है। यह मामला भारत बांग्लादेश सीमा पर मवेशियों की तस्करी से जुड़ा है।

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