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कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस से भाजपा में आए पश्चिम बंगाल के नेता सुवेंदु अधिकारी ने रविवार को एक बार फिर ममता सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चाची-भतीजा मिलकर तृणमूल कांग्रेस को कंपनी की तरह चला रहे हैं, इसलिए मैंने पार्टी छोड़ दी।

अधिकारी ने कहा, 'पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी में अब कोई अनुशासन नहीं है। मुझे शर्म है कि मैं इस पार्टी में करीब 21 साल तक रहा।' उन्होंने कहा कि टीएमसी की बैठकों में पारित होने वाले प्रस्तावों को रिकॉर्ड तक नहीं किया जाता।

उन्होंने कहा, हमारी पार्टी (भाजपा) एकजुट होकर काम करेगी ताकि राज्य में साल 2021 के विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में आए और पश्चिम बंगाल ‘सोनार बांग्ला’ बन जाए। पश्चिम बंगाल को सक्षम नेता नरेंद्र मोदी के हाथों में सौंपना होगा।

 

ममता के भतीजे ने कहा- दल बदलने वाले कोविड-19 के रोगी की तरह

तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने हाल में भाजपा में शामिल होने वाले अपनी पार्टी के नेताओं को रविवार को कोविड-19 के रोगियों की तरह बताया जिन्होंने 2019 के लोकसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ दल के साथ ‘‘धोखा’’ किया और इसे अंदर से ‘‘तबाह’’ कर रहे थे।

तृणमूल कांग्रेस की युवा शाखा के प्रमुख ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग राजनीतिक पलटी मारकर भाजपा में शामिल हो गए ताकि सीबीआई और ईडी की परेशानी से बच सकें। वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे भी हैं।

मोदी, शाह को दुष्प्रचार के लिए माफी मांगनी चाहिए: अमित मित्रा

पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा ने शनिवार को कहा कि राज्य औद्योगिक विकास के कई मापदंडों में राष्ट्रीय दर के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को राज्य के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान के लिए लोगों से माफी मांगनी चाहिए।

मित्रा ने सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि उद्योग, सेवाओं और कृषि क्षेत्रों में राज्य की जीडीपी वृद्धि दर राष्ट्रीय दर से अधिक है।

भाजपा अक्सर आरोप लगाती है कि पश्चिम बंगाल में आर्थिक विकास नहीं हो रहा है, और यहां केंद्र द्वारा प्रायोजित आयुष्मान भारत तथा पीएम किसान सम्मान निधि जैसी योजनाओं को इसलिए लागू नहीं किया जा रहा है, क्योंकि इसमें हेरफेर की गुंजाइश नहीं है। 

मित्रा ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री का बंगाल के बारे में शर्मनाक दुष्प्रचार अभियान केंद्रीय सांख्यिकीय संगठन द्वारा रंगे हाथों पकड़ा गया है, आंकड़े साबित करते हैं कि कैसे दोनों के तहत भारत की वृद्धि दर नीचे चली गई है, जबकि ममता बनर्जी के तहत बंगाल ने जीडीपी, उद्योग, सेवा, कृषि में वृद्धि दर्ज की है। इसलिए बंगाल के लोगों से माफी मांगिए।

 

 

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