कोलकाता: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को कहा कि स्वतंत्र, निष्पक्ष और हिंसा-मुक्त चुनाव पश्चिम बंगाल के लोगों के लिए मेरा आश्वासन है क्योंकि वे इसके हकदार हैं। हमें इसके लिए काम करना चाहिए। वास्तविक हितधारक मतदाता हैं और वे इसमें योगदान देंगे।
राज्यपाल ने आगे कहा कि, मुझे इस बात का मलाल है कि अनधिकृत लोग बिना कानूनी अधिकार के राजनीतिक सत्ता पर कब्जा कर लेते हैं। यह तब है जब मैं अपील करता हूं कि घुसपैठियों के शक्ति को समाप्त करें। खैर, जो कोई भी राजनीति करता है, वह उनकी सोच है, मेरी नहीं।
बता दें कि विधानसभा चुनाव से पहले राज्य में बढ़ी राजनीतिक तकरार और कानून व्यवस्था को यहां कि स्थिति काफी तनावपूर्ण है। इससे पहले भी शुक्रवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने कहा था कि बंगाल में इस वक्त ऐसे हालात हैं कि किसी विपक्ष के लिए जगह नहीं है।
उन्होंने कहा था कि सत्ता दल से अलग कोई नेता यहां पर सुरक्षित नहीं है। उनके लिए कोई अधिकार नहीं बचे हैं, ना ही लोकतांत्रिक और ना ही मानवाधिकार। धनखड़ ने खुद को लोकतंत्र का रक्षक भी बताया।
बंगाल में लोकतंत्र नहीं है- भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष
वहीं, पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि टीएमसी ने पार्टी के तौर पर हिंसा को एक पॉलिसी बना लिया है इसलिए यह सब हो रहा है। बंगाल में लोकतंत्र नहीं है। बंगाल में न कोई बाहर से आ सकता है न मीटिंग कर सकता है। विरोधी पक्ष को काम नहीं करने दिया जाता और उनके ऊपर सार्वजनिक हमला किया जाता है।