कोलकाता: पश्चिम बंगाल के हड़ताली चिकित्सकों ने रविवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बातचीत के जरिए गतिरोध खत्म करने का फैसला किया, लेकिन उन्होंने कहा कि विसंगतियों से बचने के लिए बातचीत का मीडिया कवरेज होना चाहिए। हड़ताल के छठे दिन जनरल बॉडी की बैठक के बाद एनआरएस मेडिकल कॉलेज व अस्पताल के विरोध कर रहे चिकित्सकों के एक प्रतिनिधि ने मीडिया से कहा, "हमारी मुख्यमंत्री का अंतिम प्रेस साक्षात्कार विसंगतियों से भरा है, जिसकी वजह से हमारे विरोध प्रदर्शन व सरकार के इस पर प्रतिक्रिया के पीछे गलत मंशा बताई गई। इसलिए स्पष्टीकरण की जरूरत है।" इस हड़ताल से सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। इस बैठक में हड़ताल में भाग ले रहे दूसरे अस्पतालों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
उन्होंने कहा, "हम मुख्यमंत्री के साथ चर्चा के के जरिए इस गतिरोध को तत्काल समाप्त करना चाहते हैं, जो पारदर्शिता बनाए रखने के लिए बंद दरवाजों के पीछे नहीं होना चाहिए। मुख्यमंत्री स्थल चुन सकती है, लेकिन उस जगह पर सभी मेडिकल कॉलेजों के प्रतिनिधियों व राष्ट्रीय मीडिया को समायोजित करने की क्षमता होनी चाहिए।"
प्रतिनिधि ने कहा कि चिकित्सक एक बार अपनी मांगों के पर्याप्त रूप से व तर्क के साथ पूरा करने के बाद जल्द से जल्द आम लोगों के स्वास्थ्य हित में ड्यूटी में शामिल होना करना चाहते हैं। उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि हमारी मुख्यमंत्री उन समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त रूप से विचार करेंगी, जिसका वर्तमान में हमारा पूरा राज्य सामना कर रहा है।"
वरिष्ठ चिकित्सकों ने गतिरोध को समाप्त करने के लिए बैठक के बाद समाधान की उम्मीद की। पश्चिम बंगाल डॉक्टर्स फोरम के अध्यक्ष अर्जुन सेनगुप्ता ने आईएएनएस से कहा, "हम गतिरोध के खत्म होने की व राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं में जल्द से जल्द सामान्य स्थिति की बहाली की उम्मीद कर रहे हैं।"