सिमुलिया (प.बंगाल): पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने गुरुवार को इस बात से साफ इनकार किया कि उन्होंने प्रधानमंत्री को थप्पड़ मारने की बात कही थी। इसके साथ ही, ममता ने इस बात पर जोर दिया कि उन्होंने यह कहा था कि उन्हें लोकतंत्र का तमाचा पड़ेगा (टाइट स्लैप ऑफ डेमोक्रेसी)। पीएम मोदी ने बांकुरा में एक रैली के दौरान कहा था कि ममता बनर्जी ने कहा है कि वह थप्पड़ मारेंगी, वह भी वास्तव में उनके लिए आशीर्वाद होगा।
छठे चरण से पहले पुलुलिया जिले के सिमुलिया में एक रैली को संबोधित करते हुए ममता ने ‘लोकतंत्र का तमाचा’ (स्लैप ऑफ डेमोक्रेसी) का मतलब समझाते हुए कहा कि उनका यह मतलब था कि जनता अपने वोटों के जरिए अपनी बातों का इजहार करें। ममता ने कहा- “वह (मोदी) कह रहे हैं कि मैनें कहा कि थप्पड़ मारूंगी। यह लोकतंत्र का तमाचा है। भाषा को समझने की कोशिश करिए।”
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- “मुझे आपको (पीएम) क्यों थप्पड़ मारना चाहिए। मैं उस तरह की नहीं हूं। जो मैं समझती हूं वह लोकतंत्र है। लोकतंत्र का तमाचा का मतलब जनता की तरफ से वोट देकर दिया गया आदेश है।”
इससे पहले, रघुनाथपुर जिले में रैली के दौरान मंगलवार को ममता बनर्जी ने कहा था कि पीएम मोदी को ‘टाइट स्लैप ऑफ डेमोक्रेसी’ पड़ना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा- “मुझे दीदी ने कहा कि वह थप्पड़ मारना चाहती हैं। मैं आपको दीदी कहता हूं, मैं आपको आदर करता हूं। आपका थप्पड़ भी मेरे लिए आशीर्वाद होगा।”