पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को राज्य में मेडिकल कॉलेजों के निर्माण में केंद्र की ओर से मिलने वाली नाकाफी मदद पर भड़कते दिखे। इस बात से नाराज उन्होंने सरेआम मंच से कह दिया किया कि अगर इतनी ही मदद करनी है, तो केंद्र मदद मत करे। हम खुद ही हर जिले में मेडिकल अस्पताल बनवा देंगे।
नीतीश कुमार ने कहा, "आईजीआईएमएस में हमने आधुनिक किडनी ट्रांसप्लांट यूनिट की स्थापना की। हमने हर तरफ काम किया और कर रहे हैं, ताकि लोगों को किसी भी तरह के इलाज के लिए बाहर जाने की जरूरत ना पड़े। इस बाबत मेडिकल कॉलेज भी बन रहा है। केंद्र की ओर से जो बन रहा है उसे बनवा दीजिए। उसके बाद भी अगर हमें जरूरत मेहसूस हुई तो हम लोग हर जिले में मेडिकल कॉलेज बनवा देंगे। हर जिले में हम इंजीनियरिंग कॉलेज तो बनवा ही रहे हैं। तो यही काम हम मेडिकल कॉलेज के लिए करने का सोच रहे हैं।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "केंद्र की ओर से जो कॉलेज बनवाए जाते हैं, उसमें ज्यादा पैसे नहीं मिलते हैं।
उन्होंने कहा, लोग कहते हैं कि केंद्र सरकार कॉलेज बनवा रही है। लेकिन उसमें कितने पैसे मिलते हैं? केवल 150 से 180 करोड़। जमीन अधिग्रगण में राज्य सरकार का 350 करोड़ से अधिक लग जाता है। इतनी खर्च के बाद कहा जाएगा कि ये केंद्र सरकार का अस्पताल है। तो क्या जरूरत है इसकी। राज्य सरकार का अस्पताल ही हर जगह खुलवा दीजिए। 180 करोड़ से क्या फायदा है। जब 800 से 1000 करोड़ तक खर्च हमें ही करना है तो क्या जरूरत है उनसे राशि लेने की।"
उन्होंने मंच पर मौजूद अधिकारियों और मंत्रियों को निर्देश दिया कि जल्द इस योजना को मूर्त रूप देने में लग जाएं। ऐसा होने से शिक्षा से लेकर रोजगार तक के युवाओं को अवसर मिलेंगे। साथ ही लोगों को उपचार भी मिलेगा।