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पटना (जनादेश ब्यूरो): जमुई के लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) सांसद चिराग पासवान को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है। पार्टी के चुनाव चिंह की लड़ाई अब चुनाव आयोग तक पहुंचना तय हो गया है। बिहार की कुशेश्वर और तारापुर विधान सभा सीट पर 30 अक्टूबर को उपचुनाव होने है। ​लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान इन दोनों सीटों पर चुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं। उधर, लोजपा कोटे से पार्टी सांसद को पशुपति कुमार पारस को केंद्रीय मंत्रिमंड़ल में शामिल किया गया है। लोकसभा अध्यक्ष ने सदन में छह सांसदों वाली पार्टी लोजपा का नेता पशुपति कुमार पारस को मान लिया है। इस बिना पर पारस का दावा है कि चुनाव चिंह पर उनका दावा बनता है। अभी तक चुनाव चिंह बांटने का अधिकार चिराग पासवान के था। चुनाव चिंह के सवाल पर अब अंतिम फैसला चुनाव आयोग से ही आना है।

केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस ने चिराग पासवान द्वारा लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के चुनाव चिह्न बंगला पर दावेदारी हेतु चुनाव आयोग में दोबारा अपील करने पर कहा है। उन्होंने कहा कि असली लोजपा हमारी है। उसका चुनाव चिह्न बंगला भी सिर्फ हमारा है। इस पर किसी और पक्ष का कोई दावा नहीं बनता।

इसके लिए हमारी ओर से चुनाव आयोग से दोबारा आग्रह किया गया है कि लोजपा के छह सांसद हैं। यहां तक कि तकनीकी रूप से चिराग भी हमारी पार्टी के सांसद हैं। ऐसे में बिहार के उप चुनाव में हमारे सिवा कोई और गुट पार्टी का चुनाव चिह्न कैसे इस्तेमाल कर सकता है!

लोकसभा अध्यक्ष ने संवैधानिक रूप से दी मान्यता
लोजपा (पारस गुट) के अध्यक्ष पारस ने बताया कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संवैधानिक रूप से लोजपा संसदीय दल के नेता के रूप में मुझे मान्यता दी है। यहां तक कि चिराग पासवान को भी हमारी पार्टी का ही सांसद करार दिया है। बकायदा इसकी चिट्ठी मिली हुई है। लोजपा कोटे से मैं केंद्र सरकार में मंत्री हूं। पार्टी संविधान के तहत भी राष्ट्रीय कार्यसमिति का बहुमत हमारे पक्ष में है।

उपचुनाव के लिए दो सीटों पर चर चुके हैं दावा

बता दें कि हाल ही में लोजपा में बड़ी टूट हुई थी। पार्टी के छह सांसदों में से पांच ने पशुपति कुमार पारस को अपना नेता मान लिया था। इसके बाद से ही चिराग लोजपा पर अपना दावा कर रहे थे। बिहार को दो विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव पर भी चिराग ने दावा कर दिया था। उन्होंने कहा था कि तारापुर और कुशेश्वरस्थान सीट पर होने वाले चुनाव में मैं उम्मीदवार उतारूंगा। पत्रकारों के यह पूछने पर कि क्या लोजपा आपकी है? उन्होंने कहा था कि इस पर कोई विवाद नहीं है। चाहें तो जाकर चुनाव आयोग से पूछ लें। अब पशुपति पारस के दावे के बाद चिराग उपचुनाव में क्या करेंगे?

 

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