नई दिल्ली: राजद नेता व बिहार में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव जाति आधारित जनगणना की मांग को लेकर कई दिनों से मुखर हैं। कल सोमवार को जातिगत जनगणना की मांग को लेकर पीएम मोदी से होने वाली मुलाकात से पहले आज रविवार को तेजस्वी यादव का एक बार फिर बयान आया है। उन्होंने कहा कि जब तक बीमारी का पता नहीं चलेगा, उसका सही इलाज कैसे कर पाएंगे। तेजस्वी यादव फिलहाल दिल्ली में हैं और कल सोमवार को सीएम नीतीश कुमार के नेतृत्व 10 दलों की समीति के साथ पीएम मोदी से मुलाकात करने वाले हैं।
जातिगत जनगणना को लेकर तेजस्वी यादव ने कहा कि आज नहीं तो कल जातीय जनगणना करानी ही होगी, तो इसे अभी क्यों ना करा लिया जाए। तेजस्वी ने कहा कि बीमार का सही इलाज करना है तो सबसे पहले उसका कारण जानना पड़ेगा। जातीय जनगणना बीमारी का पता करने जैसा है। समाज में किस जाति के लोग गरीब हैं, किस जाति के लोग आजीविका के लिए संघर्ष कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कुछ लोग जातीय जनगणना को जाति को बांटने से जोड़कर देख रहे हैं।
उन्होंने कहा कि तब तो धर्म के आधार पर भी जनगणना नहीं होनी चाहिए. यह सब बकवास बाते हैं।
तेजस्वी यादव ने कहा कि लालूजी ने भी जाति आधारित जनगणना की मांग को प्रमुखता से उठाया था. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश से लंबे समय से जातीय जनगणना को लेकर मांग की जा रही है। उन्होंने हमारी बात मानकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से समय मांगा था। समय बहुत देरी से मिला है, लेकिन मिल गया है.. यही जरूरी था।