पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कमार ने कहा है कि पटना समेत जहां कहीं भी जलजमाव अथवा बाढ़ की स्थिति है, वहां पर लोगों को हर संभव मदद की जा रही है। पटना में पूरा पानी निकालने का उपाय हो रहा है। बाहर से बड़े पंप मंगाए गए हैं। निकासी के काम में तेजी लाने का निर्देश हमने दिया है। मुख्यमंत्री मंगलवार को देर शाम पटना के जलजमाव क्षेत्र का जायजा लेने और पम्प हाउस का निरीक्षण करने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना के जिन इलाकों में पानी जमा है, वह शहर के विस्तार के समय ही बना है। वह लो लाइन इलाका है। वर्षों पहले भी इन क्षेत्रों में जलजमाव हुआ था। पांच दिनों में लगातार बारिश हुयी, जिससे निचले इलाकों में जलजमाव की स्थिति बनी। इस बार जिसदिन से वर्षा आई है, उसी समय से हमलोगों ने सभी को एलर्ट किया है। ड्रेनेज के उपाय हो रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के कारण अचानक बहुत बारिश हो जा रही है। कहीं सूखा पड़ जा रहा है। पर्यावरण संरक्षण के लिए हमलोग जल-जीवन-हरियाली अभियान शुरू करने के जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री एक अणे मार्ग स्थित आवास से गांधी मैदान होते हुये पटना के जलजमाव वाले क्षेत्रों का मुआयना किया। श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में चलाये जा रहे आपदा राहत बचाव कार्य के लिये राहत सामग्री आपूर्ति, भंडारण, पैकेटिंग एवं निर्गत केन्द्र का जायजा लिया।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने सैदपुर के जलजमाव वाले क्षेत्रों का जायजा लिया। सैदपुर पम्प हाउस का निरीक्षण कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने जलजमाव से प्रभावित क्षेत्रों के लोगों से भी मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनी। साथ ही समस्याओं के निदान के लिए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान जल संसाधन मंत्री संजय झा, प्रधान सचिव वित एवं पटना जिला के प्रभारी सचिव एस सिद्घार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, सचिव मनीष कुमार वर्मा, मुख्यमंत्री के विषेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह और पटना के जिलाधिकारी कुमार रवि उपस्थित थे।