भोपाल: मध्य प्रदेश में सत्ता गंवाने के बाद कांग्रेस को एक के बाद एक करारे झटके लग रहे हैं। बुरहानपुर जिले के नेपानगर से कांग्रेस विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर ने शुक्रवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि वे चिंतित नहीं हैं। सुमित्रा देवी के इस्तीफा देने के कुछ देर बाद प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा ने त्यागपत्र स्वीकर कर लिया। इसके साथ ही नेमानगर विधानसभा सीट को विधानसभा सचिवालय ने विधिवत रिक्त घोषित कर दिया है।
कमलनाथ बोले- मैं चिंतित नहीं
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ ने इस्तीफे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मैं चिंतित नहीं हूं। उन्होंने कहा, 'मुझे पता था कि कुछ विधायक पार्टी छोड़ेंगे और उन्होंने छोड़ दी। भाजपा विधायकों को अपनी पार्टी में बुला रही है। वह उन्हें पैसे और पद दे रहे हैं।' कमलनाथ ने राजस्थान संकट का जिक्र करते हुए कहा कि वे (भाजपा) वहां (राजस्थान) भी सौदा कर रहे हैं। संविधान का कोई मतलब नहीं रहा। बस बोली बोलो राजनीति करो।'
गौरतलब है कि दिसंबर 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करके कांग्रेस ने सरकार का गठन किया था। हालांकि, कांग्रेस सरकार ज्यादा दिन नहीं चल सकी और मार्च 2020 में सरकार गिर गई। ज्योतिरादित्य सिंधिया कई विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे।