भोपाल: बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी से गठबंधन करके बसपा को खत्म करना चाहती थी। मायावती ने भेल दशहरा मैदान में चुनाव प्रचार के दौरान कहा, मध्यप्रदेश में कांग्रेस की स्थिति कमजोर है। इसलिए उसने बसपा से गठबंधन का प्रस्ताव रखा था। गठबंधन की आड़ में कांग्रेस षड्यंत्र के तहत कम सीटें देकर बसपा को खत्म करना चाहती थी। मायावती ने कहा कि इसके बाद पार्टी ने प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया।
मजबूत हो रही है कई राज्यों में पार्टी की पकड़
मायावती ने दावा किया कि बसपा की उत्तरप्रदेश एवं मध्यप्रदेश सहित अन्य राज्यों में पकड़ मजबूत हो रही है। कांग्रेस घबराई हुई थी। मायावती ने हालांकि, यह नहीं कहा कि गठबंधन करने के लिए कांग्रेस उन्हें कुल कितनी सीट दे रही थी।
जीएसटी से व्यापारी दुखी
बसपा सुप्रीमो ने तंज कसते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने बिना तैयारी के नोटबंदी एवं जीएसटी लागू किया। इससे देश की जनता एवं व्यापारी दुखी हैं। नोटबंदी एवं जीएसटी से अर्थव्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है।
बेरोजगारी दूर नहीं हुई
मायावती ने आरोप लगाया कि केंद्र की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार एवं वर्तमान भाजपा सरकार ने अब तक जितनी भी योजनाएं बनाई हैं, उनसे न तो देश की गरीबी दूर हुई और न ही बेरोजगारी। इन योजनाओं का लाभ गरीब आदमी को नहीं मिल रहा है।
आरक्षण खत्म करने में जुटी कई पार्टियां
मायावती ने कहा कि भीमराव आंबेडकर के प्रयासों में जो आरक्षण की सुविधा मिली हैं उसे हीन जातिवादी मानिसकता रखने वाली पार्टियां धीरे-धीरे खत्म करने में लगी हैं। उन्होंने कांग्रेस एवं भाजपा के घोषणापत्र को फरेब करार दिया। इससे पहले मायावती ने बालाघाट में भी एक चुनावी रैली को संबोधित किया।