भोपाल: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नोटबंदी को उचित ठहराते हुए शुक्रवार को कहा कि इसके जरिये दबा हुआ रुपया वापस बैंकिंग प्रणाली में लाया गया और इसका उपयोग सरकार जनहित के कार्यों में कर रही है। वहीं इससे कुछ घंटे पहले ही मध्यप्रदेश में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी को देश के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला बताया था। मोदी ने शहडोल में एक चुनावी सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि नोटबंदी के जरिये अलमारियों और बिस्तरों में दबा रुपया वापस बैंकिंग प्रणाली में लाया गया और इसका उपयोग सरकार अब जनहित के कार्यों में कर रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘नोटबंदी के समय मैंने सार्वजनिक रुप से कहा था कि शुरुआत में इससे लोगों को कुछ परेशानी होगी।’’ मोदी के भाषण से कुछ घंटे पहले राहुल गांधी ने सागर जिले में एक जनसभा में नोटबंदी को देश के इतिहास में सबसे बड़ा घोटाला बताया। मोदी ने कहा कि आजादी के बाद एक परिवार की चार पीढ़ी की सरकारों ने इतने शौचालय नहीं बनाये जितने हमने चार साल में बना दिये। लोगों के मन में सवाल है कि चायवाला प्रधानमंत्री बन गया। इतने पैसे लाता कहां से है, जहां देखों गांव की सड़क बन रही है, शौचालय बन रहा है, रेल का चौड़ीकरण हो रहा है, रेल का विद्युतीकरण हो रहा है। यह मोदी इतने कम समय में पैसे लाया कहां से।
उन्होंने कहा कि इनकी (कांग्रेस) पीड़ा का कारण भी यही है कि चार पीढ़ी से जो जमा किया है, किसी के बिस्तर के नीचे नोट पड़े थे। किसी के बोरे में भर भर कर पड़े थे, किसी की अलमारियों में नोट भरे थे। मोदी नोटबंदी करके सब के पैसों को बैंक में ले आया। ये पैसे आपके हैं और इसलिये शौचालय बन रहे हैं, घर बन रहे हैं, गांव की सड़क बन रही है, किसान को पानी पहुंच रहा है। उन्होंने जनसभा में लोगों से सवाल किया कि क्या यहां बैठा एक भी व्यक्ति नोटबंदी को लेकर आज रो रहा है। लोगों ने उत्तर दिया... नहीं। मोदी ने कहा कि उस समय तकलीफ हुई तो मैंने सार्वजनिक तौर पर कहा था कि थोड़ी तकलीफ होगी। आज अकेली कांग्रेस रो रही है। यह परिवार रो रहा है क्योंकि उनका चार पीढ़ी का जमा चला गया, इसलिये रो रहे हैं। इनका इतना लुट गया कि दो-तीन साल बाद भी अभी संभल नहीं पा रहे हैं। मोदी ने जनसभा में पूछा कि बताइये हिन्दुस्तान के सामान्य जन का पैसा इनके पास से वापस निकालना चाहिये कि नहीं। यह काम जारी रहना चाहिये या नहीं।
उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई मैं छोड़ने वाला नहीं। जाति बिरादररी, संप्रदाय के नाम पर चुनाव बहुत हो चुके। मेरे तेरे का खेल बहुत हो चुका अब देश को विकास के लिये वोट चाहिये, विकास के लिये दल चाहिये। मोदी ने कहा कि इंदिरा गांधी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण गरीबों के नाम पर किया। लेकिन क्या गरीब बैंक के अंदर जा पाया। देश की आधी जनसंख्या बैंक के दरवाजे पर नहीं पहुंच पाई थी। आपने (कांग्रेस) वादा किया था और आपने वादाखिलाफी की। हमने चार साल के अंदर हिन्दुस्तान के हर परिवार का खाता बैंक में खुलवा दिया और आज गरीब बैंक के अंदर जा सकता है। इंदिरा गांधी ने गरीबी हटाओ का नारा दिया था, इस बात को आज 40 साल हो गये, क्या गरीबी हटी। उन्होंने वादा खिलाफी की या नहीं। जो ऐसे झूठे वादे करते हैं उन पर भरोसा करोगे क्या।
उन्होंने कहा कि आप हमारे वादों पर वोट मत दीजिये, हमने जो किया उस पर भरोसा कीजिये और एक परिवार की चार पीढ़ी और उनके 55 साल के खिलाफ मेरे चार साल, मध्यप्रदेश में शिवराज के 15 साल में ही सिद्ध कर देगें कि हम ज्यादा अच्छा करते हैं, सबके लिये करते हैं। मोदी ने कहा कि हमने वादा किया है कि 2022 में जब देश आजादी की 75वीं सालगिरह मनायेगा तो हम देश के एक भी परिवार को बिना घर के नहीं रहने देंगे। हमारे इस वादे पर किसी को शक इसलिये नहीं है क्योंकि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मघ्यप्रदेश में चार साल के कम समय में 12 लाख पक्के घरों की चाबी लोगों को दे चुके हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस के चार पीढ़ी के शासन के बाद हममें कितना दम है, हमारी बातों में कितना दम है, लोग देख रहे हैं। हिसाब लगाकर देता रहता हूं। इनसे पूछिये कि इससे पहले मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, उनके घोषणापत्र के 62 प्रतिशत वादे किताब में ही बंद पड़े रहे। इन पर कोई काम नहीं हुआ।