भोपाल: देश के विभिन्न चिकित्सा महाविद्यालयों में दाखिले के लिए रविवार को नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) का आयोजन हुआ। इस परीक्षा के मद्देनजर मध्य प्रदेश के परीक्षा केंद्रों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए। सीबीएससी द्वारा निर्धारित नियमों को दरकिनार कर परीक्षाकेंद्र पर पहुंचे परीक्षार्थियों को परीक्षा से पहले परेशानी का सामना करना पड़ा।
परीक्षा से पहले लापरवाही दिखाने वाले कुछ परीक्षार्थियों के कान के ऊपर के बाले काटे गए और कुछ के आभूषण उतरवाए गए। यहां कई परीक्षार्थियों को पैंट बदलवाकर लोअर में परीक्षा कक्ष में भेजा गया। कई छात्रों की पैंटों में बहुत सारे बटन लगे थे जो सीबीएसई द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन था।
राजधानी में परीक्षा के 23 केंद्र बनाए गए थे, जहां प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से पहुंचे छात्रों ने परीक्षआ दी। परीक्षा केंद्रों पर सुबह 9 बजे से ही परीक्षार्थियों का अपने परिजनों के साथ पहुंचने का क्रम शुरू हो गया था। अयोध्या बाईपास पर स्थित बोनीफॉई कोएड स्कूल में पहुंचे कई छात्रों को कड़ी सुरक्षा का सामना करना पड़ा।
परीक्षा केंद्र के बाहर तैनात सुरक्षाकर्मी ने बताया कि केंद्रों में बुर्का, ताबीज और ब्रेसलेट के अलावा पर्स, एटीएम कार्ड, लॉकेट, जूते, फुल स्लीव्स की शर्ट, घड़ी, धूप वाले चश्में, हेयर क्लिप, रबर बैंड, चूड़ी, कान के बाले, नाक की कील, पायल आदि पहनकर जाने पर पूरी तरह प्रतिबंध है। नीट परीक्षा के दौरान परीक्षार्थियों द्वारा नकल के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किए जाने के कारण सीबीएससी ने सख्त नियम बनाए हैं।
छात्रों को परीक्षा केंद्र तक पेन तक ले जाने की इजाजत नहीं रही। छात्रों को पेन से लेकर पानी तक केंद्र की ओर से उपलब्ध कराया गया। उल्लेखनीय है कि सीबीएसई ने इन सभी नियमों की जानकारी एडमिट कार्ड के साथ जारी कर दी थी और अभियर्थियों को काफी पहले से पता था कि उन्हें परीक्षा के लिए जाते समय क्या करना है और क्या नहीं करना है। इसके बावजूद कुछ छात्र-छात्रा सीबीएससी के मानकों पर लापरवाही दिखाने से नहीं चूके। बदले में सीबीएसई ने छात्राओं के कान के बाले व नाक की कील निकाली गई, चश्मा उतरवाया गया। जो छात्र बटन वाले जीन्स पेंट पहनकर पहुंचे थे, उनके पेंटों के बटन काटे गए या फिर पैंट उतरवाकर लोअर पहनाया गया।