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मुंबई: महाराष्‍ट्र में एनसीपी में बगावत के बाद शरद पवार अपनी अब पार्टी को बचाने के लिए मैदान में हैं। शरद पवार ने आज नासिक में एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस कर महाराष्‍ट्र के राजनीतिक हालात से लेकर अपनी उम्र और बीजेपी के साथ सरकार बनाने की कोशिश से आगामी लोकसभा चुनाव तक पर बेबाकी से अपनी राय रखी। शरद पवार ने अपनी उम्र को लेकर कहा कि मैं न थका हूं, ना रिटायर हूं। साथ ही बीजेपी के साथ सरकार बनाने की कोशिशों के आरोपों पर उन्‍होंने कहा कि राजनीति में चर्चा तो बहुत होती है, लेकिन क्या कोई फैसला हुआ? बीजेपी से चर्चा हुई लेकिन फैसला नहीं हुआ था।

शरद पवार ने प्रेस कॉन्‍फ्रेंस के दौरान कहा कि महाराष्ट्र में कुछ ऐसे राजनीतिक हालात पैदा हो गए हैं, इसलिए जगह-जगह जाकर एनसीपी पार्टी की भूमिका को सामने रखने का फैसला किया है। मुझे खुशी है कि मैं आज बाहर निकला हूं। वरुण राजा ( बारिश) ने हम सभी का स्वागत किया है। उन्‍होंने कहा कि रिमझिम बारिश में मेरी वरुण राजा से प्रार्थना है कि राज्य में भी ऐसी ही बारिश आए जैसे बारिश की कुछ बूंदें मुझ पर गिरी हैं।

उन्‍होंने महाराष्‍ट्र के पूर्व मुख्‍यमंत्री यशवंतराव चव्‍हाण को याद करते हुए कहा कि यशवंतराव जब वहां थे तो इस क्षेत्र के कई लोग हमारे साथ थे। चव्हाण साहब ने नासिक से शुरुआत की थी। इसलिए मैंने अपना काम नासिक से शुरू किया है।

महाराष्‍ट्र के नासिक जिले के येवला को शिंदे सरकार में नवनियुक्‍त कैबिनेट मंत्री छगन भुजबल का गढ़ माना जाता है। येवला में जनसभा से पूर्व शरद पवार ने कहा कि सड़क पर उतरने के बाद लोगों के चेहरे और हाव-भाव देखने के बाद आत्मविश्वास बढ़ाने वाला दृश्य नजर आया है, उसकी खुशी है। उन्‍होंने छगन भुजबल को लेकर कहा कि मुंबई में उनकी हार के बाद मुझे लगा कि असेंबली में उनकी जरूरत है। उन्‍होंने कहा कि जब मैं 1986 में बाहर निकला तो नासिक आ गया।

शरद पवार ने अपनी उम्र को लेकर कहा कि मैं न थका हूं, ना रिटायर हूं। पवार ने कहा कि मोरारजी देसाई बड़े होने पर ज्यादा जोर-शोर से काम करते थे। अगर सेहत अच्छी है तो काम करने में कोई दिक्कत नहीं आती है।

शरद पवार ने कहा कि सुप्रिया सुले ने खानाबदोश आंदोलन से शुरुआत की है। कार्यकर्ताओं का कहना था कि उन्हें पार्टी की राजनीति में आना चाहिए। बाद में वे राज्यसभा चली गईं और उन्होंने लोकसभा में अपना तीसरा कार्यकाल पूरा कर लिया है। उन्‍होंने कहा कि प्रफुल्‍ल पटेल को मंत्री पद दे दिया गया। लेकिन सुप्रिया को रोक दिया गया। उधर, सुप्रिया सुले ने शरद पवार की तस्‍वीर के साथ एक ट्वीट किया है, जिसमें उन्‍होंने लिखा, "भाग गए रणछोड़ सभी, देख अभी तक खड़ा हूं मैं। ना थका हूं ना हारा हूं, रण में अटल तक खड़ा हूं मैं।"

'आप इसी पार्टी के जरिए संसद में थे'

शरद पवार ने प्रफुल्‍ल पटेल को लेकर कहा कि पटेल ने कहा कि यह पार्टी अवैध है। आप इसी पार्टी के जरिये संसद में थे। आपको कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में हस्ताक्षरित किया गया है। जो कुछ भी हुआ है वह वरिष्ठ लोगों के हस्ताक्षर से हुआ है। उन्‍होंने कहा कि यह कहना ठीक नहीं है कि सम्मेलन में जो हुआ वह गैरकानूनी है। मुझे सर्वसम्मति से चुना गया था और वो खुद प्रफुल्ल पटेल ने प्रस्तावित किया था।

बीजेपी पर बरसे पवार

शरद पवार बीजेपी पर भी बरसे. उन्‍होंने कहा कि बीजेपी ने विपक्षी पार्टी को कमजोर करने की कोशिश की है। उन्‍होंने कहा कि पुराने नेताओं की राजनीति को देखा है, लेकिन किसी ने विपक्ष की आवाज को दबाने का काम नहीं किया। उन्‍होंने कहा कि मैं राजनीति में किसी को दुश्मन नहीं मानता हूं, मैं वैचारिक विरोधी हूं। इसके साथ ही उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के साथ आने की अटकलों पर शरद पवार ने कहा कि राज और उद्धव साथ आएंगे तो खुशी होगी।

आगामी लोकसभा चुनाव पर बोले पवार

शरद पवार ने 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि मुझे देश की एक तस्वीर दिख रही है। पूरे देश का नक्शा रखें। केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक, तेलंगाना, पंजाब, आंध्र प्रदेश, गोवा में ऐसा नहीं था और महाराष्ट्र में क्या हुआ, यह जानते हुए भी विधायक तोड़कर सत्ता में आए। राजस्थान, पंजाब, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, बिहार में बीजेपी नहीं है। इस तस्वीर में 80 प्रतिशत में बीजेपी नहीं है, इसलिए हर हाल में सत्ता लाने की कोशिश करें। उन्‍होंने कहा कि पार्टी तोड़ो और खोखा कल्चर आ गया है।

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