मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 5,600 करोड़ रूपये के नेशनल स्पॉट एक्सजेंच लिमिटेड (एनएसईएल) धनशोधन घोटाले के मामले में एफटीआईएल के संस्थापक जिग्नेश शाह को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने बताया कि शाह को धनशोधन रोकथाम कानून के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया है क्योंकि ‘वह जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे।’ उन्होंने कहा कि आज यहां जांच अधिकारी ने शाह से पूछताछ की और इसके बाद उनको गिरफ्तार किया गया। प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने बताया, ‘शाह को कल धनशोधन रोकथाम विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।’ शाह को पिछले साल दायर पहले आरोप पत्र में ईडी ने नामित किया था। गिरफ्तारी के घटनाक्रम पर एफटीआईएल ने एक बयान में कहा, ‘हम यह नहीं समझ पा रहे कि ईडी ने इस तरह का कड़ा कदम क्यों उठाया जबकि शाह जांच में पूरी तरह से सहयोग कर रहे थे।’ अधिकारियों के अनुसार ईडी ने हाल ही में वित्त मंत्रालय को सूचित किया था कि वह इस मामले में आरोपियों की संपत्तियों को कुर्क करने के लिए नए कदम उठाने जा रहा है तथा इनमें से कई आरोपियों से पूछताछ भी करेगा।
पिछले साल मार्च में ईडी ने 67 लोगों और एनएसईएल के खिलाफ 20,000 पृष्ठों का आरोप पत्र दायर कर कहा था कि एनएसईएनल के धन का शोधन किया गया और इससे ‘अवैध रूप से निजी संपत्तियां खरीदी गईं।’