ताज़ा खबरें
संसद में अडानी और संभल पर हंगामा,दोनों सदनों की कार्यवाही स्थगित
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के सुप्रीमो शरद पवार ने कहा है कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी घटना की तुलना जालियांवाला बाग नरसंहार से करने पर उनके भतीजे और महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार के संबंधियों एवं सहयोगियों के यहां आयकर विभाग की छापेमारी की गई। सोलापुर में पार्टी की एक बैठक को संबोधित करते हुये पवार ने हैरानी जताते हुए कहा कि क्या देश में लोगों को स्वतंत्र रूप से अपने विचार व्यक्त करने का भी अधिकार नहीं हैं। उन्होंने कहा, ‘आईटी विभाग की छापेमारी इसलिये हुयी है क्योंकि मैंने लखीमपुर खीरी हिंसा की तुलना जालियांवाला बाग नरसंहार से की थी, लोकतंत्र में हमें अपने विचार व्यक्त करने का भी अधिकार नहीं है।'

महाराष्‍ट्र के कद्दावर राजनेता शरद पवार ने एक कार्यक्रम में कहा, 'कुछ सरकारी मेहमान कल अजीत पवार के घर भेजे गए थे। मेहमान आए और चले गए। हम ऐसे मेहमानों के बारे में चिंतित नहीं है। 'आयकर विभाग ने बृहस्पतिवार को अजित पवार के परिवार के सदस्यों से संबंधित व्यवसाय और कुछ रियल स्टेट कारोबारी पर कर वंचना का आरोप लगाते हुये छापेमारी की थी।

मंगलवार को पवार ने लखीमपुर हिंसा की तुलना जालियांवाला बाग नरसंहार से की थी और कहा था कि लोग भाजपा को उसका सही स्थान दिखा देंगे। लखीमपुर हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हो गयी थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी सरकार को अस्थिर करने में कोई कसर नहीं छोड़ रही है। महाविकास आघाडी सरकार में शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस शामिल है। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्रीय कोष में राज्य सरकार को उचित हिस्सेदारी नहीं मिल रही है।''पवार ने कहा, ‘‘हमें अपने मार्ग से भारतीय जनता पार्टी को हटाना है। स्थानीय निकाय विभाग के हालिया चुनाव में एमवीए सहयोगियों ने 70 प्रतिशत सीटें जीती हैं। तीनों दलों ने ये चुनाव अलग अलग लड़ा था। मेरे मन में कोई शंका नहीं है कि यदि में एक साथ लड़ते हैं तो हम बेहतर परिणाम प्राप्त करेंगे। हमें अब यह तय करना है कि भविष्य के चुनाव कैसे लड़ें।''

पवार ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर ‘‘किसान विरोधी'' होने तथा ‘‘सत्ता का दुरुपयोग'' करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर को पूर्ण महाराष्ट्र बंद का आयोजन किया जायेगा और यह बिल्कुल शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘आवश्यक सेवाओं को छोड़ कर कुछ भी खुला नहीं होना चाहिए।''महाराष्ट्र कैबिनेट ने बुधवार को लखीमपुर खीरी हिंसा में किसानों की मौत के लिये शोक जताया था जबकि सत्तारूढ़ गठंधन ने इसके खिलाफ 11 अक्टूबर को यहां बंद का आह्वान किया है।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख