मुंबई: महाराष्ट्र में लोगों को 15 अगस्त को कोविड प्रतिबंधों से मिली राहत ज्यादा दिन टिक नहीं पाई है। शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने मुंबई में मॉल खोलने में असमर्थता जताई है। एससीएआई ने एक बयान जारी कर बताया है कि मॉल में काम करने वाले कर्मचारियों को वैक्सीन की दो डोज लगना जरूरी है। जबकि उनके 80 फीसदी कमर्चारियों के टीके के दोनों डोज नही लग पाए हैं।
तकरीबन 5 महीने बाद 15 अगस्त को बड़ी ही उम्मीद के साथ मुंबई और आसपास के मॉल खुले। लेकिन खुलते ही सारी उम्मीद पर पानी फिर गया क्योंकि मॉल में घुसने के लिए टीके के दो डोज पूरे होने की सरकारी शर्त बड़ी बाधा थी।
नतीजा शॉपिंग सेंटर एसोसिएशन ऑफ इंडिया को मॉल को फिर से बंद करने का फैसला लेना पड़ा। एसोसिएशन का कहना है उनके 80 फीसदी कर्मचारी 18 से 44 साल उम्र के हैं जो टीकाकरण नियमों की वजह से दो डोज नहीं लगवा पाए हैं।
महाराष्ट्र में तकरीबन 90 मॉल और शॉपिंग सेंटर हैं। एक अनुमान के मुताबिक तकरीबन 2 लाख कर्मचारी काम करते हैं और सालाना 40 से 45 हजार करोड़ का कारोबार है। लेकिन कोरोना की दूसरी लहर के बाद से सब बंद पड़ा है। एसोसिएशन ने अब एक बार फिर से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से गुहार लगाई है कि वो दो डोज के फैसले पर पुनर्विचार कर लाखों लोगों की रोजी-रोटी और हजारों करोड़ रुपये के कारोबार को बचाने में मदद करें।