मुंबई: राकांपा अध्यक्ष शरद पवार प्रवर्तन निदेशालय के दफ्तर में नहीं जाएंगे। बैंक घोटाला मामले में शरद पवार आज दोपहर 2 बजे ईडी दफ्तर जाने वाले थे, मगर पुलिस-प्रशासन के अनुरोध पर उन्होंने ईडी दफ्तर न जाने का फैसला किया है। मुंबई में अपने घर से बाहर निकल संवाददाताओं से बातचीत में शरद पवार ने कहा कि कानून-व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए मैंने प्रवर्तन निदेशालय न जाने का फैसला लिया है। साथ ही उन्होंने कहा कि बैंक घोटाले में मेरा कोई लेना-देना नहीं है।
शरद पवार ने कहा कि मैं अब ईडी दफ्तर नहीं जाऊंगा। मैंने यह फैसला इसलिए लिया है, क्योंकि मैं नहीं चाहता कि कानून व्यवस्था खराब हो। मैं एक जिम्मेदार व्यक्ति हूं। उन्होंने कहा कि मेरा बैंक घोटाला से कोई लेना-देना नहीं है। मैं ईडी दफ्तर यही बताने जाने वाला था कि मैं इसमें कहीं से भी शामिल नहीं हूं। बताया जा रहा है कि मुंबई पुलिस के कमीश्नर और ज्वाइंट सीपी शरद पवार से अनुरोध करने उनके घर गए थे। उऩका कहना था कि कई जगहों पर निषेधाज्ञा लागू है, इसलिए वे ईडी दफ्तर पूछताछ के लिए न जाएं। बता दें कि इससे पहले ईडी ने शरद पवार को ईमेल भेजकर उन्हें दफ्तर में न आऩे की बात कही थी।
ईडी ने शरद पवार को एक ईमेल भेजा था, जिसमें कहा गया कि आज उनसे पूछताछ की जरूरत नहीं है और उन्हें ईडी दफ्तर नहीं आने के लिए कहा गया है। नवाब मलिक ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के मेल के मुताबिक, जब ईडी को जरूरत पड़ेगी, उनसे पूछताछ कर लेगी। मगर शरद पवार ईडी दफ्तर जाने पर अड़े हुए हैं।
दरअसल मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने पवार और उनके भतीजे अजीत पवार को महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड में कई करोड़ के घोटाले के मामले में नामजद किया था, जिसके सिलसिले में वे आज ईडी कायार्लय में हाजिर होंगे। बता दें कि शरद पवार दो बजे ईडी दफ्तर में पेश होने वाले हैं।
बदा दें कि पुलिस ने कल से ही भारी सुरक्षा बलों की तैनात की है और जगह-जगह पर बैरिकेड लगाए हैं। इसके अलावा किसी भी अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए दक्षिण मुंबई के कुछ क्षेत्रों में भी अन्य प्रतिबंध लगाए हैं। महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड में कथित 25000 करोड़ के घोटाला मामले में ईडी ने मंगलवार को राज्य के अन्य राजनीतिक नेताओं और अधिकारियों के साथ ही पवार और उनके भतीजे अजीत पवार को भी नामजद किया है।