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मुंबईः मायानगरी मुंबई में सोमवार सुबह से ही हो रही लगातार बारिश के कारण कई जगहों पर पानी जमा हो गया है। सुबह 11 बजे मुंबई में हाईटाइड का अलर्ट जारी किया गया है। भारी बारिश की वजह से मुंबई पुणे रेल सेवा भी प्रभावित हुई है। मुंबई के वसई और विरार में भी भारती बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। शहर के दादर, परेल और हिंद माता में भी भारी बारिश हो रही है। बारिश के चलते बांद्रा इलाके में ट्रैफिक प्रभावित हुआ है। दादर से सायना के रास्ते पर ट्रैफिक जाम है, वडाला में भी ट्रैफिक जाम है और किंग सर्किल पर पिछले 2 घंटे ट्रैफिक जाम हो रखा है।

मुंबई के सायन इलाके में काफी पानी भरा है, जिससे बच्चों को स्कूल जाने में काफी परेशानी हो रही है। दादर इलाके में भी भारी बारिश के चलते स्कूल जाने वाले रास्तों पर पानी भर गया है। बारिश के चलते मुंबई की लोकल सेवा भी प्रभावित हुई है, लोकल की वेस्टर्न रेलवे लाइन ठप्प हो गई है। वेस्टर्न रेलव चर्चगेट से शुरु होकर धानू रोड़ तक जाती हैं। इस ट्रैक पर रोजाना सफर करने वालो की संख्या 20 लाख से ज्यादा हैं। सुबह का वक्त होने के करण मुसाफिरों को काफी ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ा।

 

बीएमसी की तैयारी

बीएमसी ने पूरे शहर भर में 180 ऐसी जगहों की पहचान की है जहां पर पानी भर सकता हैं। इन स्थानों पर बडे़ पंप लगाए गए हैं जिससे बारिश के दौरान पानी को निकाला जा सके। तकरीबन 235 से ज्यादा पंप अलग अलग स्थानों पर लगाए गए हैं। ज्यादातर उन स्थानों की पहचान की गई है जो मुंबई के लो लाइन इलाके हैं जहां पर पानी भरता हैं। बीएमसी द्वारा किए गए स्ट्रक्चरल ऑडिट में अभी तक 29 पुलों के खतरनाक होने की बात सामने आई है।

बीएमसी के मुताबिक अब तक 65 प्रतिशत नालो की सफाई हो गई। इन 29 पुलों में 8 पुलों को तोड़ दिया गया है वहीं 21 पुलो को बंद कर दिया है। बीएमसी ने सभी 29 पुलों को फिर से बनाने का फैसला लिया है। 499 बिल्डिंग को खतरनाक बताया है। तकरीबन 10 हजार पेड़ों पर पोस्टर लगाया है और बताने की कोशिश है कि बुरे अवस्था वाले पेड़ के नीचे बारिश के दौरान कार पार्क न करें साथ ही उसके नीचे न खड़े रहें।

इसके साथ बीएमसी ने लोगों से आपदा प्रबंधन(एमसीजीएम) नाम का ऐप लॉन्च किया है, जिसमे लोगों को बारिश की संभावना, ट्रैफिक और हाई टाइड जैसी दूसरी कई जानकारियां मिल सकेगी। इसके साथ बीएमसी ने उन इलाकों की पहचान की है जहा पर पानी भरता है तो ऐसे स्थानो से लोगो निकालने की भी तैयारी़ की गई है। लोगों को ले जाने के लिए बेस्ट की बसें और प्राइवेट गाडियों का भी इस्तेमाल होगा। इसके साथ बीएमसी ने ऐसे लोगों के फूड़ पैकेज का भी इंतजाम करने की बात कही जिसने वो गैर सरकारी संगठनों से मदद लेगी।

बीएमसी ने 153 करोड़ रूपए नालों की सफाई पर खर्च किए। 50 करोड़ रूपए पेंड़ो की कटाई और छटाई पर खर्च किए गए। 15.86 करोड़ रूपए सड़को के गढ्ढे भरने पर। बीएमसी का दावा का 90 प्रतिशत ड्रेनेज सिस्टम साफ हो चुका हैं।

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