नागपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर की दीक्षाभूमि में आज डॉ. भीमराव अंबेडकर को उनकी 126वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी। पवित्र परिसर में अंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद मोदी ने कुछ मिनट तक हाथ जोड़कर प्रार्थना भी की। दलितों के मसीहा और संविधान निर्माता ने वर्ष 1956 में इसी जगह पर अपने अनुयायियों के साथ बौद्ध धर्म स्वीकारा था। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे। इस दौरे पर रवाना होने से पहले मोदी ने कल ट्वीट किया था कि अंबेडकर जयंती के ‘बेहद खास अवसर’’ पर नागपुर जाने का अवसर मिलने से वह बेहद ‘सम्मानित’ महसूस कर रहे हैं।’’ महाराष्ट्र की दूसरी राजधानी के एक दिवसीय दौरे पर मोदी कोराडी, चंद्रपुर और परली में कुल 3,230 मेगावाट की क्षमता वाली 14 ताप विद्युत संयंत्र इकाइयां देश को समर्पित की। इनमें कोराडी में 660-660 मेगावाट वाली तीन सुपर-क्रिटिकल इकाइयां, चंद्रपुर में 500-500 मेगावाट वाली दो और परली में 250 मेगावाट वाली एक इकाई शामिल है। मोदी ने कल एक अन्य ट्वीट में कहा था, ‘नागपुर में विकास परियोजनाओं की एक श्रृंखला शुरू की जाने वाली है जिनका लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। ’उन्होंने कहा, ‘इन विकास परियोजनाओं में आईआईआईटी, आईआईएम और एम्स तथा करोडी ताप विद्युत स्टेशन का आरंभ शामिल है।
इस दौरान एक जनसभा को भी संबोधित करूंगा।’ मोदी ने कहा, ‘एक सशक्त, समृद्ध एवं समावेशी भारत के निर्माण के डॉ. अंबेडकर के स्वप्न की दिशा में हम अपने प्रयासों के प्रति अटल हैं।’ दिन के आखिर में प्रधानमंत्री डिजिधन मेला के समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां वह ‘लकी ग्राहक योजना’ और ‘डिजिधन व्यापार योजना’ के मेगा ड्रॉ विजेताओं को पुरस्कार प्रदान करेंगे। नागपुर के मनकापुर में वह एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।