जयपुर: पांचवीं अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता के समापन समारोह में प्रतिभागियों को पुरस्कृत करने के लिए राजस्थान के जैसलमेर पहुंचे रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने भारत की परमाणु नीति के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि परमाणु आयुध को लेकर अब तब हमारी नीति पहले इस्तेमाल न करने की रही है। अब भविष्य में क्या होता है, यह उस वक्त के हालात पर निर्भर करता है।
रक्षा मंत्री ने पोकरण का दौरा करने के बाद ट्विटर पर यह बात कही। पोकरण में ही भारत ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में 1998 में परमाणु परीक्षण किया था।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पोकरण वह इलाका है जो भारत को परमाणु शक्ति बनाने के अटल जी के दृढ़ संकल्प का गवाह बना और इसके बावजूद देश पहले इस्तेमाल नहीं के सिद्धांत को लेकर प्रतिबद्ध है। भारत ने सख्ती से सिद्धांत का पालन किया है। भविष्य में क्या होगा यह परिस्थितियों पर निर्भर करेगा वह अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिये पोकरण में थे।
उन्होंने एक ट्वीट में कहा, भारत का एक जिम्मेदार परमाणु राष्ट्र का दर्जा प्राप्त करना इस देश के हर नागरिक के लिए राष्ट्रीय गौरव का विषय है। देश अटल जी की महानता का ऋणी रहेगा।'
पांचवीं अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर्स प्रतियोगिता में भारत को पहला स्थान प्राप्त हुआ है। इसमें भारत के साथ रूस, चीन, आर्मेनिया, बेलारूस, कजाखस्तान, सूडान और उज्बेकिस्तान की टीमों ने भाग लिया। उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत, रूस, चीन और मध्य एशिया के अन्य देशों के बीच सहयोग आने वाले दिनों में और मजबूत होगा।
राजनाथ सिंह ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारा और आपका साथ और अधिक बढ़ेगा। हम आपसी सहयोग बढ़ाकर एक साथ विश्व की कठिन चुनौतियों तथा खतरों का सामना करने में सक्षम बनेंगे और साथ ही भविष्य में हमें आपसी संबंध बढाने के और भी मौके मिलेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि इस प्रकार के आयोजनों से प्रतिभागी देशों के परस्पर रिश्ते और गहरे होंगे। वैसे इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी देशों के साथ हमारे पहले से ही मित्रतापूर्ण रिश्ते रहे हैं।