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मुंबई: बॉलीवुड के मशहूर संगीतकार वाजिद खान का 39 साल की उम्र में निधन हो गया है। वाजिद ने अपने भाई साजिद के साथ मिलकर कई फिल्मों में संगीत दिया है। दोनों भाईयों की जोड़ी बॉलीवुड में साजिद-वाजिद के नाम से जानी जाती है। खबरों के मुताबिक वाजिद खान का निधन कोविड-19 महामारी के चलते हुआ है। वहीं, कुछ मीडिया रिपोर्ट में उनकी मौत की वजह किडनी की समस्या बताया जा रहा है। हालाकि इस बात की अभी पुष्टि नहीं हुई है। सोनू निगम ने फेसबुक पर साजिद-वाजिद के साथ फोटो शेयर करते हुए लिखा, 'मेरा भाई वाजिद हमें छोड़ गया।'

प्रियंका चोपड़ा ने ट्विटर पर लिखा, 'दुखद खबर, एक चीज जो मुझे हमेशा याद रहेगी वो वाजिद भाई की हंसी, हमेशा हंसते रहते थे। वो जल्द हमें छोड़कर चले गए। उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं। आपकी आत्मा को शांति मिले।' साजिद-वाजिद की जोड़ी ने बॉलीवुड की कई हिट फिल्मों में संगीत दिया है। सलमान खान की ज्यादातर फिल्मों में साजिद-वाजिद का ही संगीत रहा है।

नई दिल्ली: अमिताभ बच्चन सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं। वह फैन्स के साथ खूब अपनी बातें शेयर करते हैं। अब हाल ही में बिग बी ने कहा कि वह इस लॉकडाउन में इतना सीख गए हैं, जितना उन्होंने अपने 78 साल में नहीं सीखा। बिग बी ने अपनी फोटो शेयर करते हुए लिखा, इस लॉकडाउन के काल में जितना मैंने सीखा, समझा और जाना, उतना मैं अपने 78 वर्षों के जीवन काल में न सीख सका, न समझ सका और न ही जान सका इस सच्चाई को व्यक्त करना इसी सीख, समझ और जानने का परिणाम है।

बता दें कि लॉकडाउन की वजह से कई प्रवासी मजदूर अपने घरों से दूर फंसे हुए हैं। इन मजदूरों की मदद के लिए सोनू सूद, स्वरा भास्कर के बाद अब अमिताभ बच्चन आगे आए हैं। प्रवासियों के लिए अमिताभ बच्चन और उनके ऑफिस एबी कॉरपोरेशन लिमिटेड की तरफ से मुंबई से बसों के जरिए मजदूरों को उनके घर भिजवाया जा रहा है।

मुंबई: 60 और 70 के दशक में हिंदी संगीत की दुनिया के जाने-माने गीतकारों में से एक रहे योगेश गौर का निधन हो गया। शुक्रवार को 77 साल की उम्र में उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन पर हिंदी सिनेमा जगत के जाने-माने कलाकारों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। गायिका लता मंगेशकर ने ट्वीट कर शोक जताया है। योगेश ने अपने समय में सबसे बेहतरीन फिल्मकार रहे ऋषिकेश मुखर्जी, बासु चटर्जी आदि के साथ खूब काम किया है। हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की फिल्म 'आनंद' के लिए भी उन्होंने गीत लिखे हैं। उनके लिखे सबसे बेहतरीन गीतों में 'कहीं दूर जब दिन ढल जाए', 'जिंदगी कैसी है पहेली', 'रिमझिम गिरे सावन', 'कई बार यूं ही देखा है', 'ना बोले तुम ना मैंने कुछ कहा' आदि शामिल हैं।

योगेश का जन्म 19 मार्च 1943 में उत्तर प्रदेश के राजधानी लखनऊ में हुआ था। वह जब बेरोजगार थे तब उन्होंने काम की तलाश में मुंबई आना ही उचित समझा। यहां उनके चचेरे भाई एक स्क्रीनप्ले निर्देशक हुआ करते थे। उन्हीं के साथ योगेश ने भी काम करना शुरू कर दिया। लिखना शुरू करने के साथ ही योगेश ने कई बेहतरीन गीत लिखे जिन्हें सिनेमा के बेहतरीन गायकों ने अपनी आवाज दी।

मुंबई: कोरोना वायरस संकट के बीच बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद लगातार प्रवासी मजदूरों की मदद कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर उनकी इस पहल की काफी तारीफ भी हो रही है। लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूर काफी परेशानियों का सामना कर रहे हैं। इन परेशानियों के बीच कई लोग उनकी मदद को आगे आए हैं। इन लोगों में एक बड़ा नाम है बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद। सोनू सूद को फिल्मी किरदार में अब तक विलेन के रूप में देखते रहे हैं, लेकिन समाज में वो हीरो के तौर पर निकलकर आए हैं। उन्होंने इस संकट की घड़ी में हजारों मजदूरों की मदद की है।

सोनू सूद ने एक चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा, "जिन मजदूरों को हमने सड़कों पर छोड़ दिया। वो वे लोग हैं, जिन्होंने हमारे घर बनाए, जिन्होंने हमारे लिए सड़कों का निर्माण किया। हमारे ऑफिस बनाए। हम जहां शूटिंग करते हैं, वो जगह बनाई। आज हमने उन्हें सड़कों पर छोड़ दिया। हमने उनके बच्चों, उनके माता-पिता के साथ छोड़ दिया। हम उनके बच्चों के जहन में वो यादें डाल रहे हैं, जब वो बड़े होंगे तो याद करेंगे कि हजारों किलोमीटर पैदल चलकर बड़ी मुश्किल से अपने घरों में पहुंचे और कुछ लोग तो पहुंच भी नहीं पाए। मुझे लगा कि इन लोगों को ऐसे नहीं छोड़ सकते। हमें इनके लिए कुछ करना चाहिए।

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