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गुवाहाटी: राष्ट्रमंडल खेल चैम्पियन कृष्णा पूनिया और पूर्व फुटबॉल कप्तान बाईचुंग भूटिया समेत कई पूर्व और मौजूदा खिलाड़ी शुक्रवार को 12वें दक्षिण एशियाई खेलों के उद्घाटन समारोह के दौरान मुख्य स्टेडियम के भीतर मशाल के साथ दौड़ेंगे। लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता गगन नारंग का नाम भी उन सात आठ खिलाड़ियों में है जो मशाल के साथ दौड़ेंगे जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खेलों के आगाज का ऐलान करेंगे। पूर्व लांग जंपर अंजू बाबी जार्ज भी मशालवाहकों में शामिल है। नारंग की उपलब्धता को लेकर अभी पुष्टि नहीं हुई है क्योंकि निशानेबाजी स्पर्धा 10 फरवरी को शुरू होगी। असम के मशहूर पूर्व खिलाड़ी भोगेश्वर बरूआ (एथलेटिक्स) और मोनालिसा बरूआ (टेबल टेनिस) के नाम भी मशाल वाहकों की सूची में शामिल है।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) को सख्त संदेश देते हुये उससे कहा कि देश में क्रिकेट के खेल की इस शीर्ष संस्था के व्यापक पुनर्गठन का सुझाव देने संबंधी न्यायमूर्ति आर एम लोढा समिति की सिफारिशों के मामले में रास्ते पर आ जाये। शीर्ष अदालत ने कहा कि समिति की सिफारिशें सीधी, तर्कसंगत और समझ में आने योग्य हैं और सम्मान की हकदार हैं और समिति से अहसमत होने की कोई वजह नहीं है जिसमें विधिक समुदाय के सबसे प्रबुद्ध और सम्मानित सदस्य हैं। शीर्ष अदालत ने लोढ़ा समिति की सिफारिशें लागू करने के बारे में जवाब देने के लिये क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड को चार सप्ताह का समय दिया है, लेकिन साथ ही स्पष्ट कर दिया है कि इसके सभी दावेदारों को लंबे समय तक पर्याप्त समय दिया गया है और अंतिम रिपोर्ट तैयार करने से पहले उनके दृष्टिकोण पर भी विचार किया गया और ऐसी स्थिति में इन सिफारिशों को स्वीकार करने में कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।

ब्लोइमफोंटीन: बल्लेबाज जोस बटलर के शतक की मदद से इंग्लैंड ने बुधवार को यहां दक्षिण अफ्रीका को डकवर्थ लुइस प्रणाली के अनुसार वनडे क्रिकेट श्रृंखला के पहले मैच में 39 रन से हराया। बटलर की 105 रन की पारी की बदौलत इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए नौ विकेट के नुकसान पर 399 रन बनाए। जवाब में विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डी काक ने 96 गेंदों में 138 रन की नाबाद पारी खेली लेकिन तभी बारिश शुरू हो गई। उस समय दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 33 . 3 ओवर में पांच विकेट के नुकसान पर 250 रन था।

नई दिल्ली: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान सौरव गांगुली का मानना है कि सीमित ओवरों के मौजूदा कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इतने लंबे समय तक यह जिम्मेदारी इसलिए निभा जा रहे हैं क्योंकि वह आलोचना का सामना करने को तैयार रहने और दबाव में होने के बावजूद धैर्य कायम रखने की कला में माहिर हैं। यह पूछने पर कि क्या कई बार धोनी की अनुचित आलोचना होती है, गांगुली ने कहा, ‘यह काम का हिस्सा है। धोनी इतने लंबे समय से कप्तान है और वह इन सबका आदी है। हम सब इसके आदी हो जाते हैं। साथ ही जब हम अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हमें आसमान पर बैठा दिया जाता है।’ गांगुली ने यहां कार्यक्रम में कहा, ‘धोनी में दबाव की स्थिति में धर्य बनाए रखने की क्षमता है।

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