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नई दिल्ली: खेल मंत्रालय द्वारा कुश्ती फेडरेशन को निलंबित किए जाने के कुछ दिनों बाद एड हॉक कुश्ती समिति का गठन किया गया है। विरोध प्रदर्शनों के बीच कुश्ती महासंघ को निलंबित कर दिया गया था।

डब्ल्यूएफआई के नवनिर्वाचित प्रशासन को निलंबित करने के कुछ दिनों बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के मामलों को चलाने के लिए एक अस्थायी समिति का गठन किया है।

समिति का नेतृत्व भूपिंदर सिंह बाजवा कर रहे हैं। एमएम सोमाया और मंजूषा कंवर इसके सदस्य हैं। आईओए ने कहा कि वह निष्पक्ष खेल, जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए नई अस्थायी समिति की नियुक्ति कर रहा है।

आईओसी प्रमुख पीटी उषा ने कहा, "भारतीय ओलंपिक संघ को हाल ही में पता चला है कि डब्ल्यूएफआई के हाल ही में नियुक्त अध्यक्ष और अधिकारियों ने अपने स्वयं के संवैधानिक प्रावधानों का उल्लंघन करते हुए और आईओसी द्वारा समर्थित सुशासन के सिद्धांतों के खिलाफ मनमाने फैसले लिए हैं और उचित प्रक्रिया का पालन किए बिना फैसलों को पलट दिया है।"

सेंचुरियन: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच 26 दिसंबर यानि आज से 2 मैचों की टेस्ट सीरीज़ का आगाज़ हुआ। पहले मुकाबले के पहले ही दिन मेज़बान दक्षिण अफ्रीका टीम इंडिया पर पूरी तरह से हावी दिखाई दी। दिन खत्म होने तक भारतीय टीम 59 ओवर में 8 विकेट पर 208 रनों के स्कोर पर पहुंची। दिन के आखिर में बारिश ने खलल डाला और मुकाबला रुकने के बाद दोबारा शुरू नहीं हो सका। भारत के लिए केएल राहुल 70 और मोहम्मद सिराज बिना खाता खोले नाबाद लौटे। अफ्रीकी तेज़ गेंदबाज़ कगिसो रबाडा ने सबसे ज़्यादा 5 विकेट चटकाए।

सेंचुरियन में दक्षिण अफ्रीका के गेंदबाज़ों ने भारतीय बल्लेबाज़ों को पूरी तरह से बांधकर रखा। भारतीय टीम ने लगातार विकेट गंवाए। मेन इन ब्लू के लिए सबसे बड़ी साझेदारी विराट कोहली और श्रेयस अय्यर ने चौथे विकेट के लिए की। कोहली और अय्यर ने चौथे विकेट के लिए 68 रन (95 गेंद) जोड़े। वहीं केएल राहुल के अलावा कोई भी भारतीय बल्लेबाज़ 50 रनों का आंकड़ा नहीं छू पाया।

चंडीगढ़: साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने के मामले में बजरंग पूनिया ने अपना सम्मान लौटाने की बात कही थी। उन्होंने पीएम मोदी को भी पत्र लिखा था। इसके बाद अब इस विनेश फोगाट ने भी माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत बहुत धन्यवाद। विनेश ने भी पीएम को एक पत्र लिखा है।

विनेश फोगाट की यह घोषणा साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा करने और बजरंग पुनिया द्वारा अपना पद्मश्री लौटाने के एक हफ्ते से भी कम समय आई है। 

विनेश ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री लौटा दिया है। विनेश ने कहा कि देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को यह सब करने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह सब सारे देश को पता है आप तो देश के मुखिया हैं आप तक भी ये मामला पहुंचा होगा।

नई दिल्ली: भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) की मान्यता रद्द होने बाद रविवार (24 दिसंबर) को दिग्गज पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा है कि जब तक न्याय नहीं मिल जाता, वह पद्मश्री पुरस्कार वापस नहीं लेंगे। मीडिया से बजरंग पूनिया ने कहा, ''मैं पद्मश्री वापस नहीं लूंगा। न्याय मिलने के बाद ही मैं इसके बारे में सोचूंगा।'' उन्होंने कहा, ''कोई भी पुरस्कार हमारी बहनों के सम्मान से बड़ा नहीं है... हमें सबसे पहले न्याय मिलना चाहिए।''

बजरंग पूनिया ने प्रधानमंत्री के नाम लिखा था पत्र

बजरंग पूनिया ने बृजभूषण शरण सिंह के करीबी माने जाने वाले संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर चुने जाने के विरोध में अपना पद्मश्री लौटा दिया था। उन्होंने शुक्रवार (22 दिसंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर अपना विरोध पत्र सौंपने की कोशिश की थी। हालांकि, पुलिसकर्मियों ने उन्हें दिल्ली के कर्तव्य पथ पर रोक दिया था। इसके बाद बजरंग ने अपना पद्मश्री पदक फुटपाथ पर पत्र के ऊपर रख दिया था।

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