चंडीगढ़: साक्षी मलिक के कुश्ती छोड़ने के मामले में बजरंग पूनिया ने अपना सम्मान लौटाने की बात कही थी। उन्होंने पीएम मोदी को भी पत्र लिखा था। इसके बाद अब इस विनेश फोगाट ने भी माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा है कि मैं अपना मेजर ध्यानचंद खेल रत्न और अर्जुन अवार्ड वापस कर रही हूं। इस हालत में पहुंचाने के लिए ताकतवर का बहुत बहुत धन्यवाद। विनेश ने भी पीएम को एक पत्र लिखा है।
विनेश फोगाट की यह घोषणा साक्षी मलिक के कुश्ती से संन्यास लेने की घोषणा करने और बजरंग पुनिया द्वारा अपना पद्मश्री लौटाने के एक हफ्ते से भी कम समय आई है।
विनेश ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी, साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ दी है और बजरंग पूनिया ने भी अपना पद्मश्री लौटा दिया है। विनेश ने कहा कि देश के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को यह सब करने के लिए मजबूर होना पड़ा। यह सब सारे देश को पता है आप तो देश के मुखिया हैं आप तक भी ये मामला पहुंचा होगा।
विनेश ने कहा कि प्रधानमंत्री जी मैं आपके घर की बेटी हूं और पिछले एक साल से जिस हाल में हूं यह बताने के लिए आपको यह पत्र लिख रही हूं।
‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की ब्रांड एम्बेसडर थी साक्षी
विनेश ने पत्र में साक्षी के 2016 में पदक जीतने वाली बात कही और बताया कि जब साक्षी जीत कर आई थी तब आपकी सरकार ने उन्हें ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ की ब्रांड एम्बेसडर बनाया था। इसके बाद देश की महिला खिलाड़ी खुश हो गई थी। आज मुझे वह साल बार बार याद आ रहा है।
मेरा ओलंपिक का सपना धुंधला होता जा रहा है
विनेश ने कहा कि मैने ओलंपिक में मेडल जीतने का सपना देखा था, लेकिन अब यह सपना धुंधला पड़ता जा रहा है। विनेश ने कहा कि मैं बस यही दुआ करूंगी की आने वाली महिला खिलाड़ियों का यह सपना जरूर पूरा हो।
हम सब घुट घुट कर जी रहे हैं
हमारी जिंदगियां इन फैंसी विज्ञापनों में बिलकुल नहीं हैं। पहलवानों ने पिछले कुछ सालों में बहुत कुछ भोगा है। सब घुट घुट कर जी रहे हैं।
बृजभूषण ने महिला पहलवानों को मंथरा कहा
विनेश ने पीएम से कहा कि आप अपनी जिंदगी में से 5 मिनट निकालकर बृजभूषण शरण सिंह के बयानों को सुन लीजिए। आपको पता लग जाएगा कि उसने क्या -क्या किया है। महिला पहलवानों को मंथरा कहा, महिला पहलवानों को असहज कर देने की बात सरेआम टीवी पर कबूली है। बृजभूषण ने महिला खिलाड़ियों को जलील करने का कोई मौका नहीं छोड़ा। गंभीर बात तो ये है कि उसने कई महिला पहलवानों को पीछे हटने के लिए मजबूर कर दिया है।
सवाल खड़े करने पर बना दिया देशद्रोही
विनेश ने कहा कि हमारे मेडल को 15 रुपये का बताया जा रहा है, लेकिन ये मेडल हमें हमारी जान से भी ज्यादा प्यारे हैं। जब हमने मेडल जीते तो हमें सारे देश ने अपना गौरव बताया अब जब सवाल खड़े किये तो देशद्रोही बताया जा रहा है। प्रधानमंत्री जी, मैं आपसे पूछना चाहती हूं कि क्या हम देशद्रोही हैं?
बता दें, विनेश फोगाट उन पहलवानों में शामिल थीं, जिन्होंने भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था। भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट ने कई महिला पहलवानों ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया था और यह तीनों पहलवान उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन में सबसे आगे थे।
बृज भूषण शरण सिंह के करीबी सहयोगी संजय सिंह के नेतृत्व वाले पैनल ने गुरुवार को भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनावों में जीत हासिल की थी। संजय सिंह के भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने के बाद साक्षी मलिक ने कुश्ती छोड़ने का फैसला लिया था। इसके बाद बजरंग पुनिया ने अपना पद्मश्री लौटाने का फैसला लिया था। हालांकि, रविवार को खेल मंत्रालय ने पैनल को निलंबित कर दिया था।