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नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका ने विश्व कप के चौथे मैच में श्रीलंका को 102 रन से हरा दिया है। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 50 ओवर में पांच विकेट गंवाकर 428 रन बनाए। क्विंटन डिकॉक ने 100 रन, रसी वान डर डुसेन ने 108 रन और एडेन मार्करम ने 106 रन की पारी खेली। जवाब में श्रीलंकाई टीम 44.5 ओवर में 326 रन पर सिमट गई। कुसल मेंडिस ने 76 रन, चरिथ असलंका ने 79 रन और कप्तान दासुन शनाका ने 68 रन की पारी खेली। दक्षिण अफ्रीका की ओर से गेराल्ड कोएत्जी ने तीन विकेट लिए।

यह विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका की श्रीलंका पर लगातार चौथी जीत भी है। विश्व कप में दोनों टीमें कुल सात बार आमने-सामने आई हैं। इसमें से दक्षिण अफ्रीका ने पांच मैच और श्रीलंका ने एक मैच जीता है। 2003 विश्व कप का मैच टाई रहा था। श्रीलंका को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विश्व कप में एकमात्र जीत 1992 विश्व कप में मिली थी। इसके बाद 1999 विश्व कप के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने जीत हासिल की थी। 2003 विश्व कप का मुकाबला टाई रहा था।

वहीं, 2007 विश्व कप, 2015 विश्व कप, 2019 विश्व कप और अब 2023 विश्व कप के मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका की टीम ने जीत हासिल की।

इस मैच में दक्षिण अफ्रीका की ओर से 428 रन और श्रीलंका की ओर से 326 रन बने। यानी इस मैच में कुल 754 रन बने, जो किसी भी विश्व कप मैच में दोनों पारियों को मिलाकर सबसे ज्यादा रन हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया बनाम बांग्लादेश 2019 विश्व कप मैच का था। नॉटिंघम में खेले गए उस मुकाबले में कुल 714 रन बने थे। दक्षिण अफ्रीका बनाम श्रीलंका मैच में कुल 105 बाउंड्रीज लगीं, जो किसी भी विश्व कप मैच में सबसे ज्यादा हैं। दक्षिण अफ्रीका की ओर से 45 चौके और 14 छक्के समेत 59 बाउंड्रीज लगीं, जबकि श्रीलंका की ओर से 29 चौके और 17 छक्के समेत 46 बाउंड्रीज लगीं। इससे पहले यह रिकॉर्ड 93 बाउंड्रीज का था, जो वेस्टइंडीज बनाम न्यूजीलैंड के बीच 2015 में वेलिंग्टन में खेला गया था।

टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए दक्षिण अफ्रीका की शुरुआत बेहद खराब रही थी। 10 पर टीम को पहला झटका लगा था। कप्तान तेम्बा बावुमा पांच गेंदों में आठ रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद क्विंटन डिकॉक और रसी वान डर डुसेन ने दूसरे विकेट के लिए 204 रन की साझेदारी कर डाली। डिकॉक ने वनडे करियर का 18वां शतक जड़ा, जबकि किसी आईसीसी टूर्नामेंट में यह डिकॉक का पहला शतक रहा। वह 84 गेंदों में 12 चौके और तीन छक्के की मदद से 100 रन बनाकर मथीशा पथिराना का शिकार बने। इसके बाद रसी वान डर डुसेन ने वनडे करियर का पांचवां शतक लगाया। वह 110 गेंदों में 13 चौके और दो छक्के की मदद से 108 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें दुनिथ वेलालगे ने समरविक्रमा के हाथों कैच कराया।

इन दोनों के आउट होने के बाद एडेन मार्करम ने मोर्चा संभाला और 49 गेंदों में शतक लगा दिया। यह विश्व कप का सबसे तेज शतक रहा। मार्करम ने 12 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया, जब आयरलैंड के केविन ओ ब्रायन ने इंग्लैंड के खिलाफ 50 गेंदों में शतक जड़ा था। वहीं, यह दक्षिण अफ्रीका के लिए तीसरा सबसे तेज शतक रहा। मार्करम 54 गेंदों में 14 चौके और तीन छक्के की मदद से 106 रन बनाकर आउट हुए। उन्हें मदुशंका ने पवेलियन भेजा। हेनरिक क्लासेन 20 गेंदों में एक चौका और तीन छक्के की मदद से 32 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, डेविड मिलर और मार्को यानसेन ने 18 गेंदों में 45 रन की नाबाद साझेदारी की। मिलर 21 गेंदों में तीन चौके और दो छक्के की मदद से 39 रन और यानसेन सात गेंदों में 12 रन बनाकर नाबाद रहे। आखिरी पांच ओवर में दक्षिण अफ्रीका ने 66 रन जोड़े। श्रीलंका की ओर से दिलशान मदुशंका ने दो विकेट लिए। वहीं, कसुन रजिथा, मथीशा पथिराना और दुनिथ वेलालगे ने एक-एक विकेट लिया।

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