नई दिल्ली: जंतर-मंतर पर जारी पहलवानों के प्रदर्शन के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ के चुनाव पर रोक लगा दी गई है। सूत्रों के मुताबिक भारतीय ओलंपिक संघ एक तदर्थ समिति बनाएगा और यही समिति अगले 45 दिनों में कुश्ती संघ का चुनाव पूरा कराएगी। समिति तब तक कुश्ती संघ का रोज़ का कामकाज भी देखेगी। जनवरी में बनाई गई ओवरसाइट कमेटी ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है।
इस मामले में ओवरसाइट कमेटी ने तीन बातें पाईं। यौन उत्पीडन की शिकायतों पर समाधान के लिए उचित फ़ोरम और प्रक्रिया नहीं है। कुश्ती संघ और खिलाड़ियों समेत सभी हितधारकों के बीच पारदर्शिता हो। साथ ही संघ और खिलाड़ियों के बीच बेहतर संवाद हो। इसी के साथ ओवरसाइट कमेटी का काम समाप्त हो गया। ऐसे में सात मई को संघ का चुनाव होना था, जो रद्द हो गया। अब नए सिरे से चुनाव कराया जाएगा। आईओए एक तदर्थ समिति बनाए और पैंतालीस दिनों के भीतर चुनाव कराए. तब तक संघ का काम भी तदर्थ समिति ही देखेगी।
उधर, जंतर मंतर पर प्रदर्शन कर रही सात महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है।
याचिका में कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरणसिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई। साथ ही याचिका में कहा गया कि 21 अप्रैल को दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में शिकायत देने के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं हुई। जानकारी के मुताबिक ये याचिका कल देर महिला पहलवानों ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की।