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नई दिल्ली: वित्त वर्ष 2018-19 में जीडीपी वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत रही जो इससे पूर्व वित्त वर्ष में 7.2 प्रतिशत थी। केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मुताबिक देश की आर्थिक वृद्धि दर वित्त वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में धीमी पड़कर 5.8 प्रतिशत रही जो एक साल पहले इसी तिमाही में 8.1 प्रतिशत थी। वित्त वर्ष 2018-19 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 3.39 प्रतिशत रहा जो बजट के संशोधित अनुमान 3.4 प्रतिशत से कम है। आठ बुनियादी उद्योगों की वृद्धि दर अप्रैल में कम होकर 2.6 प्रतिशत रही जो पिछले साल इसी महीने में 4.7 प्रतिशत रही थी।

विदेशी मुद्रा भंडार दो अरब डॉलर बढा देश का विदेशी मुद्रा भंडार 24 मई को समाप्त सप्ताह में 1.99 अरब डॉलर बढ़कर 419.99 अरब डॉलर पर पहुंच गया। इससे पहले 17 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार लगातार तीन सप्ताह की बढ़त खोता हुआ 2.06 अरब डॉलर घटकर 417.99 अरब डॉलर पर रहा था। रिजर्व बैंक द्वारा शुक्रवार को जारी आँकड़ों के अनुसार, 24 मई को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 1.99 अरब डॉलर बढ़कर 392.18 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

इस दौरान स्वर्ण भंडार 23.02 अरब डॉलर स्थिर रहा। अंतरार्ष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 20 लाख डॉलर बढ़कर 3.34 अरब डॉलर और विशेष आहरण अधिकार आठ लाख डॉलर की बढ़त के साथ 1.44 अरब डॉलर पर पहुंच गया।

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