मुंबई: जेट एयरवेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) विनय दुबे ने व्यक्तिगत कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। एक दिन पहले ही एयरलाइन के डिप्टी सीईओ और मुख्य वित्त अधिकारी (सीएफओ) अमित अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दिया था। भारतीय-अमेरिकी मूल के दुबे अगस्त, 2017 (रिपीट अगस्त, 2017) में जेट एयरवेज से जुड़े थे। इससे पहले वह अमेरिका, यूरोप और एशिया में डेल्टा एयरलाइंस, साबरे इंक और अमेरिकन एयरलाइंस में विभिन्न पदों पर रह चुके थे।
जेट एयरेवज ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा, ''हम यह सूचित करना चाहते हैं कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे ने व्यक्तिगत कारणों से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा दे दिया है।" दुबे के आने से 15 महीने पहले मुख्य कार्यकारी क्रैमर बॉल ने इस्तीफा दिया था। इस अवधि के दौरान अग्रवाल ने कार्यवाहक सीईओ की भूमिका निभाई थी। इससे पहले दिन में जेट एयरवेज ने शेयर बाजारों को सूचित किया कि अग्रवाल ने व्यक्तिगत कारणों से अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
एयरलाइन के दो शीर्ष अधिकारियों ने ऐसे समय इस्तीफा दिया है जबकि एसबीआई की अगुवाई वाला बैंकों का गठजोड़ एयरलाइन के लिए खरीदार ढूंढने का प्रयास कर रहा है। जेट एयरवेज के ऋणदाताओं को कंपनी से 8,000 करोड़ रुपये वसूलने है। ऋणदाताओं ने कंपनी की 31.2 से 75 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचने की पेशकश की है।
एसबीआई की मर्चेंट बैंकिंग इकाई एसबीआई कैप्स ने 26 बैंकों के गठजोड़ की ओर से 8 से 12 अप्रैल के दौरान रुचि पत्र मांगा था। उसे चार शुरुआती बोलियां मिली हैं। इन 26 बैंकों के पास एयरलाइन की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। पहले दौर की बोली के बाद निजी इक्विटी कंपनियों इंडिगो पार्टनर्स और टीपीजी, एतिहाद एयरवेज और सॉवरेन कोष एनआईआईएफ का नाम छांटा गया था। अबू धाबी की एतिहाद एयरवेज ने जेट एयरवेज में बहुलांश हिस्सेदारी के लिए सीलबंद बोली दी है।