नई दिल्ली: रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि रक्षा मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय से "स्पष्ट मांग" की है कि एक बार रक्षा बजट आवंटित हो जाने के बाद उसके अप्रयुक्त भाग को सिंचित निधि में वापस नहीं भेजा जाए। रक्षा मंत्री स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास और साइबर सुरक्षा पर विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन (वीआईएफ) द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट जारी करने के बाद यहां एक सभा को संबोधित कर रही थीं।
सीतारमण ने कहा कि कभी-कभी किसी वर्ष के लिए जो बजट होता है, उसका इस्तेमाल में न लाया गया हिस्सा वापस सिंचित निधि में चला जाता है और अगले वर्ष जब हमें उसकी आवश्कता होती है तब वह धन हमारे पास नहीं होता। उन्होंने कहा, "हम सुनिश्चित करेंगे और हमने वित्त मंत्रालय से इस संबंध में बात की है कि और स्पष्ट किया है कि एक बार आवंटित किये गए बजट का इस्तेमाल में न लाया गया हिस्सा संचित निधियों को वापस नहीं भेजा जाएगा।"