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नई दिल्ली: नए साल में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) पूरी तरह से डिजीटल हो जाएगा। इसकी सारी सर्विसेज डिजिटल हो जाएंगी। इसका नए साल से ईपीएफओ के 4.6 करोड़ अंशधारकों को बढिय़ा सर्विस मिलेगी। इसके साथ ही स्टॉक मार्केट में निवेश करने की सीमा को बढ़ाया जाएगा।

सेंट्रल पीएफ कमिश्नर वीपी जॉय ने कहा कि पीएफ अकाउंट को आधार से जोड़ा जाएगा। पीएफ अकाउंट को यूएएन से लिंक करने के बाद अब अपने करोड़ों अंशधारकों को एक और तोहफा दे दिया है। अब पीएफ खाताधारकों को नौकरी बदलने के बाद अपना अकाउंट नहीं बदलना पड़ेगा।

वीपी जॉय ने कहा कि अगले महीने से जैसे ही कोई व्यक्ति अपनी नौकरी को बदलेगा, वैसे ही उसका पीएफ अकाउंट चेंज हो जाएगा और पुराने अकाउंट को बंद करने की परेशानी से भी मुक्ति मिलेगी। पीएफ खातों को आधार से लिंक किया जा रहा है। आधार से लिंक होने के बाद पीएफ खाता परमानेंट हो जाएगा जिसको भविष्य में चेंज करने की जरुरत नहीं पड़ेगी।

अब कर्मचारियों को उनके रिटायरमेंट वाले दिन ही प्रोविडेंट फंड (पीएफ) और पेंशन का पैसा मिल जाएगा। ईपीएफओ अपने अंश धारकों के लिए सभी सेवाएं ऑनलाइन करने जा रहा है। आधार कार्ड लिंक करना इस दिशा में पहल है। ऑनलाइन सेवाओं में पीएफ से निकासी और पेंशन का निर्धारण भी शामिल होगा।

आधार से लिंक होने के बाद अंश धारक इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों से लेन-देन कर सकेंगे। अंशधारकों के यूएएन से लिंक होते ही ड्डपीएफ दफ्तर से जुड़े कार्यों के लिए विभागीय और अफसरों के चक्कर लगाने की मुक्ति मिल जाएगी।

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