नई दिल्ली: पिछले साल 8 नवंबर को देश में नोटबंदी लागू की गई थी जिसके कारण 500 रुपए और 1000 रुपए के नोटो को चलन से बाहर किया गया था। अब नोटबंदी के एक साल बाद 500 रुपए के नए नोटो की छपाई के लिए सरकार ने 5 हजार करोड़ रुपए खर्च किए जिसकी जानकारी सरकार ने लोकसभा में दी है।
वित्त राज्य मंत्री पी. राधाकृष्णन ने बताया कि 500 रुपए के कुल 1,695.7 करोड़ नए नोट 8 दिसंबर तक छापे गए है जिसकी छपाई पर 4,968.84 करोड़ रुपए खर्च किए गए है। राधाकृष्णन ने बताया कि आरबीआई ने 2000 रुपए के 365.4 करोड़ नोट प्रिंट किए है उसकी छपाई पर भी 1,293.6 करोड़ रुपये लगात आई है। इसी तरह 200 रुपये के 178 करोड़ नोट की छपाई पर 522.83 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
इससे पहले सरकार ने मार्च में बताया था कि 500 रुपये और 2,000 रुपये के प्रत्येक करंसी नोट को छापने पर 2.87 रुपये से 3.77 रुपये की लागत बैठती है, लेकिन सरकार ने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलने पर आई कुल लागत के बारे में नहीं बताया था।