नई दिल्ली: भारतीय रेलवे भी होटलों और विमानन कंपनियों की तर्ज पर टिकट बुकिंग पर छूट देने की तैयारी में है। इसके तहत रेलगाड़ी के पूरा बुक नहीं होने पर रेलवे विमानन कंपनियों और होटल की तरह टिकट में छूट दे सकती है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शनिवार को फ्लेक्सी किराये में पूरी तरह से सुधार करने के संकेत देते हुए यह बात कही। गोयल की यह टिप्पणी फ्लेक्सी किराये स्कीम की समीक्षा के लिए छह सदस्यीय समिति के गठन के बाद आई।
वरिष्ठ अधिकारियों के एक दिवसीय सम्मेलन के बाद गोयल ने कहा, "रेलवे, विमानन कंपनी और होटलों के डायनमिक प्राइसिंग प्रारूप का अध्ययन कर रहा है। हम डायनमिक प्राइसिंग नीति पर विचार-विमर्श कर रहे हैं। अभी तक हमारा ध्यान कीमतें न बढ़ें इस पर था लेकिन मैं इससे आगे जाना चाहता हूं। मैं ऐसी संभावना तलाश रहा हूं कि अगर रेलगाड़ी की सीटें नहीं भरे तो विमानन कंपनियों की तरह किराये में रियायत दी जा सके।"
गोयल ने कहा, "हम इसमें अश्विनी लोहानी की विशेषज्ञता का इस्तेमाल करेंगे...जैसे होटलों में डायनामिक प्राइसिंग है। सबसे पहले कीमतें कम... फिर बाद में कीमतें बढ़ती जाती है और बाद में बचे कुछ कमरों पर बुक माय होटल और अन्य वेबसाइटों के माध्यम से छूट की पेशकश होती है।"
उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि फ्लेक्सी किराए केवल रेल टिकट की कीमत में वृद्धि के लिए ही क्यों थे। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि वर्ष 2018 रेल यात्रियों विशेषकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए समर्पित होगा। इसके लिए सभी यात्री ट्रेनों और 1,000 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। जिससे हर समय उनकी निगरानी संभव हो सकेगी। रेल मंत्री ने यह बात न्यू रेलवे-न्यू इंडिया विजन 2022 के समारोह में कही। संपर्क, समन्वय एवं संवाद नामक विषयक में रेल संरक्षा, सुरक्षा को सुदृढ़ करने के साथ रेल परिर्वतन पर जोर दिया गया।
उन्होंने कहा कि रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए कई योजनाओं पर काम हो रहा है। यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है। निर्भया फंड से रेलवे को 500 करोड़ रुपये दिया गया है। 400 से अधिक स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं। जबकि 583 स्टेशनों पर कैमरे लगाने की प्रक्रिया चल रही है। कुल 983 रेलवे स्टेशनों पर सीसीटीवी कैमरे का जाल बिछाया जा रहा है। इसके अलावा सभी यात्री ट्रेनों में इसे लगाया जाएगा। रेलवे ट्रेनों और स्टेशनों पर वाई-फाई लगा रही है। क्योंकि नई व्यवस्था में सीसीटीवी से निगरानी का काम स्टेशनों और डिवीजन में कंट्रोल रूम से नहीं की जाएगी। 68 डिवीजन के लिए एक सेंट्रल कंट्रोल रूम बनेगा। सीसीटीवी की समस्त रिकॉर्डिंग सेंट्रल कंट्रोल रूम को भेजी जाएगी। जिससे रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) इसका अध्ययन कर अन्य सुरक्षा एजेंसियों से सूचना आदान-प्रदान कर सकेंगे।
गोयल ने कहा कि रेल कर्मचारियों के मनोबल को ऊंचा उठाना है, जिससे वह अपना 100 फीसदी बेहतर प्रदर्शन कर सकें। गोयल ने कहा कि रेल भूमि नियमों में परिवर्तन किया जा रहा है। रेल पटरियों के किनारे बसी झुग्गियों के लिए शौचालय बनाए जाएंगे। जिससे उनकी सुरक्षा मजबूत होगी।