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नई दिल्ली: आयकर विभाग ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत देश के कई हिस्सों में बिटक्वाइन एक्सचेंजों की जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने कहा कि यह नियमित सर्वे है, जिसका मकसद बिटक्वाइन के लेनदेन को लेकर आवश्यक जानकारी जुटाना है। इस मामले में फिलहाल किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।

सीबीडीटी प्रवक्ता के अनुसार आयकर विभाग की बेंगलुरु टीम की अगुवाई में विभाग की विभिन्न टीमों ने दिल्ली, बेंगलुरु, यूपी, हैदराबाद, कोच्चि और गुरुग्राम सहित नौ एक्सचेंज परिसरों में सर्वे का काम किया। इन स्थानों पर बिटक्वाइन का लेन-देन होता है। यह कार्रवाई आयकर विभाग की धारा 133ए के तहत की गई। इस धारा के तहत कार्रवाई का मकसद निवेशकों और व्यापारियों की पहचान के लिए प्रमाण जुटाना, उनके द्वारा किए गए सौदे, दूसरे पक्षों की पहचान, इस्तेमाल किए गए बैंक खातों आदि का पता लगाना होता है।

 

सीबीडीटी के प्रवक्ता ने कहा कि सर्वे कर जानकारी जुटाने का कार्य किया जा रहा है। इस जानकारी का इस्तेमाल भविष्य में होगा। लेकिन क्या इस्तेमाल होगा, अभी स्पष्ट नहीं है। दरअसल, देश में बिटक्वाइन को प्रतिबंधित करने का अभी कोई प्रावधान नहीं है। लेकिन पहली बार आयकर विभाग ने बिटक्वाइन को लेकर इतने बड़े स्तर पर कदम उठाया है। 

दुनिया भर के बैंक चिंतित

बिटक्वाइन एक आभासी मुद्रा है। देश में इसका विनियमन नहीं होता। इसके बढ़ते चलन से दुनिया भर के केंद्रीय बैंक चिंतित हैं। रिजर्व बैंक ने इस तरह की आभासी मुद्रा रखने वाले लोगों को इसके बारे में आगाह किया है। इस साल मार्च में वित्त मंत्रालय ने देश और वैश्विक स्तर पर आभासी मुद्राओं पर एक अंतर अनुशासनात्मक समिति का गठन किया है।

क्या है बिटक्वाइन

बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा (क्रिप्टो करेंसी) है। देश में इसका विनिमयन नहीं होता। इसके बढ़ते चलन से दुनियाभर के केंद्रीय बैंक चिंतित हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस तरह की आभासी मुद्रा रखने वाले लोगों को इसके बारे में आगाह किया है। इस साल मार्च में केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने देश और वैश्विक स्तर पर आभासी मुद्राओं पर एक अंतर अनुशासनात्मक समिति का गठन किया था। ,,,,,,10 लाख रुपये के पार पहुंच गई थी कीमत बिटक्वाइन की कीमतों में पिछले नौ माह में करीब 14 गुना बढ़ोतरी हुई है। पिछले दिनों इसकी कीमत 17,000 डॉलर के पार पहुंच गई थी। भारतीय मुद्रा में यह आंकड़ा 10 लाख रुपये से अधिक है। इस साल 20 अप्रैल को इसका दाम सिर्फ 1,200 डॉलर था।

दुनिया भर के बैंक चिंतित

बिटक्वाइन एक आभासी मुद्रा है। देश में इसका विनियमन नहीं होता। इसके बढ़ते चलन से दुनिया भर के केंद्रीय बैंक चिंतित हैं। रिजर्व बैंक ने इस तरह की आभासी मुद्रा रखने वाले लोगों को इसके बारे में आगाह किया है। इस साल मार्च में वित्त मंत्रालय ने देश और वैश्विक स्तर पर आभासी मुद्राओं पर एक अंतर अनुशासनात्मक समिति का गठन किया है।

क्या है बिटक्वाइन

बिटकॉइन एक आभासी मुद्रा (क्रिप्टो करेंसी) है। देश में इसका विनिमयन नहीं होता। इसके बढ़ते चलन से दुनियाभर के केंद्रीय बैंक चिंतित हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस तरह की आभासी मुद्रा रखने वाले लोगों को इसके बारे में आगाह किया है। इस साल मार्च में केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने देश और वैश्विक स्तर पर आभासी मुद्राओं पर एक अंतर अनुशासनात्मक समिति का गठन किया था।

10 लाख रुपये के पार पहुंच गई थी कीमत

बिटक्वाइन की कीमतों में पिछले नौ माह में करीब 14 गुना बढ़ोतरी हुई है। पिछले दिनों इसकी कीमत 17,000 डॉलर के पार पहुंच गई थी। भारतीय मुद्रा में यह आंकड़ा 10 लाख रुपये से अधिक है। इस साल 20 अप्रैल को इसका दाम सिर्फ 1,200 डॉलर था।

 

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